मां चंद्रघंटा का स्वरूप
माता चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) के मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचंद्र है इसलिए इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। इनके शरीर का रंग सोने के समान चमकीला है। इनके दस हाथ हैं। इनके दसों हाथों में खड्ग आदि शस्त्र तथा बाण आदि अस्त्र विभूषित हैं। इनका वाहन सिंह है, जो वीरता और शक्ति का प्रतीक हैं।
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इस तरह करें पूजन
सबसे पहले साधक स्नान कर साफ कपड़े पहनें। इसके बाद मां को फूलों की माला अर्पित करें व घी का दीया जलाएं। मां को दूध से बने मिष्ठान प्रिय हैं, अतः दूध से बनी मिठाइयों का भोग लगाएं। दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालिसा पाठ करें। संध्या आरती अवश्य करें। रात को सात्विक भोजन से व्रत का पारण करें।
मां चंद्रघंटा की उपासना का मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
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