नई दिल्ली: बजाज समूह के पूर्व अध्यक्ष सुप्रसिद्ध उद्योगपति राहुल बजाज के निधन से उद्योग जगत में गहरा शोक छा गया है और कई उद्योगपतियों ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। राहुल बजाज का निधन शनिवार अपराह्न् करीब ढाई बजे रुबी अस्पताल में हुआ। वह 83 साल के थे। वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे कारोबार जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
कोटक महिंद्रा बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदय कोटक ने ट्वीट करके अपने शोक संदेश में कहा, राहुल बजाज: बेबाक और निर्भय। एक दुर्लभ कारोबारी, जो सत्ता से भी सच बोलने का साहस रखते थे। एक अभिमानी भारतीय। विश्व स्तर की कंपनी बनाई। उन्हें जानना मेरे लिय सम्मान की बात है। उन्हें याद करेंगे।
आरपीजी इंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयंका ने कहा, भारतीय कारोबारी जगत के लिए रीढ़ की हड्डी। एक करीबी पारिवारिक मित्र। वह दूरद्रष्टा थे, बेबाक थे और अपने मूल्यों के लिए बहुत सम्मानीय थे। एक युग का अंत हुआ। उनके दो योग्य पुत्र राजीव और संजीव हैं। राहुल बजाज ओम शांति। राहुल बजाज राज्य सभा के सदस्य भी रह चुके थे और उन्हें 2001 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
बायोकॉन की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ ने ट्वीट किया, बजाज समूह के पूर्व अध्यक्ष उद्योगपति राहुल बजाज का 83 साल की आयु में निधन हो गया। मैं विचलित हूं। वह बहुत ही करीबी मित्र थे और उन्हें बहुत याद करूंगी। देश ने एक महान सपूत और राष्ट्र निर्माता को खो दिया है। ओम शांति।
यह भी पढ़ेंः-टेस्ला के इस निर्णय पर गडकरी ने जताई चिंता, बोले- ये बात पचने योग्य नहीं
सूत्रों के मुताबिक राहुल बजाज का अंतिम संस्कार रविवार को वैकुंठ श्मशानभूमि में होगा। राहुल बजाज ने अति लोकप्रिय ‘हमारा बजाज’ स्लोगन के जरिये एक समय कंपनी को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया था। उन्होंने 1965 में बजाज समूह की बागडोर संभाली थी और उनके नेतृत्व में यह शीर्ष पर पहुंच गया था। उन्हें बजाज ऑटो को घर-घर में पहुंचाने का श्रेय जाता है। उनके समय में बजाज बाइक के प्रचार की धुन-हमारा बजाज-बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर- ने ब्रांड प्रचार के पूरे परिदृश्य को ही बदल दिया था।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)