फतेहाबादः जिले के गांव सांचला-भोजराज में स्कूल नहीं खोलने को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। कई दिनों से स्कूल के बाहर धरना-प्रदर्शन करने के बाद बुधवार को ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य गेट के बाहर प्रदर्शन करके शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर का पुतला जलाया। इस दौरान स्कूल में ग्रामीणों ने दसवीं के अतिरिक्त अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों को अलग से क्लास रूम में बिठाया, जिनको प्राइवेट स्कूलों के अध्यापकों व गांव के शिक्षित युवाओं ने पढ़ाया।
स्कूल के मुख्य अध्यापक हरीश कंबोज ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार कोरोना गाइडलाइन के चलते दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को सरकारी अध्यापकों ने बुधवार को निर्धारित समय तक पढ़ाया है, लेकिन दूसरी कक्षाओं के विद्यार्थियों को ग्रामीणों ने अपने स्तर पर कक्षाएं लगाकर उन्हें पढ़ाया।
धरना प्रदर्शन में शामिल ग्रामीण सतबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजकुमार आदि ने आरोप लगाया कि सरकार कोरोना का बहाना बनाकर गांव-देहात में बच्चों को शिक्षा से हटाना चाहती है। सरकार की यह एक बहुत बड़ी साजिश चल रही है, जिसको किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने देंगे। इसके लिए उन्हें कितना भी लंबा संघर्ष करना पड़े।
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ग्रामीणों ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं, वहां हजारों की संख्या में भीड़ जुटाई जा रही है, नेता रैलियां करके बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन हमारे यहां स्कूलों को बंद करके शिक्षा का बेड़ा गर्क किया जा रहा है। सरकार के यह मंसूबे कभी कामयाब नहीं होने देंगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब गांव-गांव में जाकर सरकारी स्कूल खोलने के लिए ग्रामीणों को जागरूक भी करेंगे।
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