उत्‍तराखंड में बारिश का कहर, दर्जनों मकान जमींदोज, देश से कटा नैनीताल का संपर्क

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रामनगरः मानसून खत्म होने से पहले बारिश ने फिर देशभर को तरबतर कर दिया है। कहीं ये बारिश आराम दे रही है, तो कहीं जानलेवा बन गई है। दोनों से लगातार हो रही बारिश ने के और उत्तराखंड़ में जमकर तबाही मचाई है। उत्तराखंड के रामनगर में भारी बारिश से उफनाए नदी और नालों ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया है और कई स्थानों पर सड़कें बन्द हो गयी। पौड़ी गढ़वाल की ओर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 309 धनगढ़ी नाले में बाढ़ से बन्द है।

कॉर्बेट पार्क घूमने आए कई सैलानियों और स्थानीय लोगों की कारें भी बाढ़ में बह गई। क्यारी गांव के बीचो-बीच बहने वाले एक बरसाती नाले में सैलानियों की मर्सिडीज कार बह गई, जिसे बड़ी मुश्किल से ट्रैक्टर से निकाला गया। उसमें सवार लोग सुरक्षित निकाल लिए गये। इसी तरह बैलपड़ाव पुलिस चौकी में भी बरसात का पानी भर गया। वहीं जगह-जगह से बरसाती नालों में कारें बहने की खबरें हैं जिनमें से अधिकांश को सुरक्षित बचा लिया गया।

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भारी बारिश से कई नदियां उफान पर

सोमवार को दिनभर हुई बरसात के बाद शाम को अचानक कल्याणी नदी उफान पर आ गई। इसके चलते कल्याणी नदी किनारे स्थित जगतपुरा, मुखर्जीनगर, शिवनगर, भूतबंगला, रविंद्रनगर, संजयनगर के निचले क्षेत्रों में पानी घुस गया। इन बस्तियों की गलियां लबालब होने के साथ ही बाढ़ का पानी घरों में घुस गया। इससे लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया। नैनीताल में अक्टूबर महीने में हुई बारिश ने आज तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। हालत यह हो गई कि नैनीझील इतनी उफना गई कि झील के इसके दोनों निकासी गेट खोलने पड़े। वह भी डेढ़ फीट की अपनी पूरी क्षमता के अनुसार खोलने पड़े। इसके बावजूद रात तक माल रोड और नैना देवी मंदिर परिसर में झील का पानी हिलोरे मारता रहा। 

पूरे उत्तराखंड में पिछले करीब 40 घंटों से हो रही लगातार बारिश से सरोवरनगरी नैनीताल का शेष दुनिया से संपर्क कट गया है। नगर को शेष दुनिया से जोड़ने वाले हल्द्वानी, कालाढुंगी व भवाली रोड जगह-जगह भूस्खलन होने से बंद हो गये हैं। खतरे और राहगीरों के फंसने की आशंका को देखते हुए तीनों मार्गों में लोगों की आवाजाही रोक दी गई है। पुलिस एवं प्रशासन नगर में मौजूद सैलानियों से हालात बेहतर होने तक यहीं रुकने और बाहर से पहाड़ की ओर आ रहे लोगों, खासकर सैलानियों से पहाड़ की ओर फिलहाल न आने व अपना कार्यक्रम स्थगित करने की अपील कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि नगर को जोड़ने वाले भवाली मार्ग पर दिन से ही जोखिया, कैलाखान सहित करीब आधा दर्जन स्थानों पर भूस्खलन हो गया था। हल्द्वानी रोड पर भी पुराने कूड़ा खड्ड के पास भूस्खलन हुआ था पर वाहनों का आवागमन जारी था। लेकिन देर शाम नैनीताल-हल्द्वानी राष्ट्रीय राज मार्ग-87ई पर भी मलबा और पेड़ आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। उधर काठगोदाम-रानीबाग के बीच गुलाबघाटी में भी मलबा आ रहा है, इसलिए पुलिस ने वहां से भी रात्रि में वाहनों को आवागमन न करने की अपील की है। साथ ही देर शाम कालाढूंगी मार्ग भी बारापत्थर के पास मलबा आने से बंद हो गया।

इन कारणों से नैनीताल का देश और दुनिया से संपर्क कट गया है। रात्रि में जारी भारी बारिश की वजह से मार्गों को खोले जाने में भी व्यवधान आ रहा है। कई जगहों पर लगातार भी मलबा आ रहा है। इसलिए फिलहाल सुबह तक स्थिति यथावत रह सकती है। नैनीताल की एसएसपी ने वीडियो संदेश जारी कर रात्रि आठ बजे से सुबह पांच बजे तक पर्वतीय मार्गों पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है, और लोगों से बहुत आवश्यक न होने पर अगले आदेशों तक पर्वतीय क्षेत्रों की ओर न आने की अपील की है।

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