UP Police Paper Leak, नई दिल्लीः सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में राज्य सरकार ने भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष डीजी रेणुका मिश्रा को हटा दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें हटाने का फैसला लिखित परीक्षा के प्रश्न पत्र छापने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रिंटिंग प्रेस के गलत चयन, एफआईआर दर्ज करने में हीलाहवाली और बोर्ड की आंतरिक जांच समिति की रिपोर्ट सौंपने में देरी के कारण लिया गया है। ।
उधर, राज्य सरकार ने डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण पर भरोसा जताया है और उन्हें भर्ती बोर्ड के चेयरमैन पद की बड़ी जिम्मेदारी दी है। सूत्रों की मानें तो पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसटीएफ जल्द ही प्रिंटिंग प्रेस संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सकती है। अब तक हुई जांच में प्रिंटिंग प्रेस से ही पेपर लीक होने के सबूत मिले हैं। एसटीएफ की टीमें प्रिंटिंग प्रेस के संचालकों, कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों आदि से गहनता से पूछताछ करने में जुटी हैं। अधिकारियों की मानें तो जल्द ही पेपर लीक मामले में कई अन्य जिलों में भी एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी है।
अभय बने डीजी सिविल डिफेंस
इसके अलावा हाल ही में डीजी पद पर प्रमोट हुए अभय कुमार प्रसाद को ईओडब्ल्यू से हटाकर नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। आपको बता दें कि मुकुल गोयल के रिटायर होने के बाद डीजी सिविल डिफेंस का पद खाली हो गया था।
आरोपी गिरफ्तार
सिपाही भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 17 और 18 फरवरी को यूपी के सभी 75 जिलों में आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। बाद में यूपी सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी। साथ ही इसे छह माह में दोबारा कराने के निर्देश दिए।
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मामले में कार्रवाई करते हुए यूपी एसटीएफ ने 2 मार्च को दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से एसटीएफ ने एडमिट कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं। मामले में विभूतिखंड थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में प्रयागराज के अजय सिंह और सोनू सिंह यादव शामिल हैं। कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में राज्य के करीब 50 लाख युवाओं ने हिस्सा लिया था। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई थी। पेपर लीक के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई और छह महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की गई। एक मार्च को एसटीएफ ने लोनी की पुश्ता पुलिस चौकी के पास से दूसरे आरोपी कपिल तोमर निवासी गांव बेगमाबाद गढ़ी बागपत को गिरफ्तार किया था।
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