शाइस्ता-गुड्डू मुस्लिम के सामने यूपी पुलिस व एसटीएफ बौनी

0
10

 

लखनऊः उमेश पाल हत्याकांड को करीब पांच माह बीतने को है। मामले में नामजद अपराधी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी लगभग पांच महीनों से ही फरार चल रही है। इसके अलावा बमबाज गुड्डू मुस्लिम को भी पुलिस पकड़ पाने में अभी तक नाकाम रही है।

यूपी पुलिस के साथ एसटीएफ ने भी दोनों को खूब खोजबीन की। यूपी के कई जनपदों के साथ कई राज्यों में छापे मारे। प्रयागराज से दिल्ली-मुम्बई तक तलाश की गई लेकिन माफिया की पत्नी और उसके गुर्गें का कहीं कोई पता नहीं चल सका है। शाइस्ता पर अभी 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया है, जबकि गुड्डू मुस्लिम पर 05 लाख का ईनाम घोषित है। इतना ही नहीं अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब और अतीक की बहन आयशा पर भी ईनाम घोषित करने की कवायद शुरू कर दी गई है। यह दोनों महिलाएं भी उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार हैं। उमेश पाल की हत्या के बाद से ही शाइस्ता परवीन व बमबाज गुड्डू मुस्लिम घटना के बाद से फरारी काट रहे हैं। यूपी पुलिस व एसटीएफ की नाकामी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक-दो नहीं, बल्कि सात टीमें लगातार दोनों की तलाश में लगी हुई हैं। करीब पांच माह बीतने को हैं लेकिन पुलिस और एसटीएफ के हाथ खाली हैं।

यह भी पढ़ें-भाजपा सरकार पर बिफरे अखिलेश, बोले-अकर्मण्यता-भ्रष्टाचार का खामियाजा भुगत रही जनता

एसटीएफ और यूपी पुलिस की टीमें इन दोनों की तलाश में ओडिशा, राजस्थान, दिल्ली व हरियाणा तक खाक छान चुकी हैं। पुलिस की मानें तो गुड्डू मुस्लिम की अंतिम लोकेशन ओडिशा में मिली थी। उस वक्त खबर आई थी कि एक मीट कारोबारी से उसको पनाह दी है, लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका। दूसरी तरफ शाइस्ता परवीन की अंतिम लोकेशन प्रयागराज के धूमनगंज थाने के हटवा गांव और प्रयागराज-कौशाम्बी बाॅर्डर के पूरामुफ्ती में मिली थी। कई गांवों के घर-घर सर्च आॅपरेशन चले, लेकिन शाइस्ता को पकड़ने में पुलिस व एसटीएफ को सफलता नहीं मिली। सर्विलांस विंग पिछले करीब पांच माह से दोनों के साथ उमेश पाल हत्याकांड के अन्य शूटरों की लोकेशन पता करने में जुटी हुई है।

फरारी काटने में माहिर है अतीक का गैंग

– एमएलए राजूपाल की हत्या के बाद अतीक करीब तीन साल तक फरार रहा, बाद में दिल्ली से उसकी गिरफ्तारी हुई।
– यूपी में भाजपा सरकार आते ही अशरफ भी करीब तीन साल तक फरार रहा, बाद में प्रयागराज से उसको पकड़ा गया।
– इससे पहले 2007 में भी अशरफ तीन साल तक यूपी पुलिस की आंख में धूल झोंकता रहा, बाद में 2010 में उसको गिरफ्तार किया जा सका।
– अतीक का बड़ा बेटा उमर भी दो साल तक की

रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)