उज्जैनः सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों का राजस्व देने वाले पंजीयन कार्यालय की बेहाली आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। पंजीयन का स्लॉट बुक होने के बाद अधिकारियों-कर्मचारियों के पते नहीं रहते हैं।। अधिकारी-कर्मचारी विलंब से आ भी गए तो सर्वर का कोई भरोसा नहीं, बंद हुआ या इसकी स्पीड स्लो हुई तो पंजीयन करवाने वालों को दिन- दिनभर तक इंतजार करना पड़ता है।
उज्जैन संभाग के सबसे बड़े पंजीयन कार्यालय में मकान, प्लाट की रजिस्ट्री और दस्तावेजों का पंजीयन करवाना आसान नहीं है। दरअसल, कार्यालय की व्यवस्था ही बिगड़ी हुई है। भरतपुरी स्थित पंजीयन कार्यालय में अधिकारी-कर्मचारी समय पर आते ही नहीं हैं। बाकी दिक्कतें सर्वर की गति से खड़ी होती है। वैसे तो पंजीयन कार्यालय खुलने का समय सुबह 10 बजे है, लेकिन 10:30-11.00 बजे तक यहां के कार्य ही प्रारंभ नहीं हो पाते है। कंप्यूटर ऑपरेटर के आने पर 11 बजे या इसके बाद रजिस्ट्री और दस्तावेज पंजीयन स्लॉट जारी किए जाते है। यह प्रक्रिया पूरी हो भी गई तो अधिकारियों का इंतजार करना पड़ता है।
जब पंजीयन कार्यालय की पड़ताल की गई तो पता चला कि दोपहर तक सभी पंजीयन अधिकारियों के कक्ष की कुर्सियां खाली पड़ी रहती हैं। स्लॉट का समय होने की वजह से कई लोग प्रक्रिया के लिए इंतजार करटे रहते हैं। कुल मिलाकर 12.30 के बाद पंजीयन कार्यालय में एक दो अधिकारियों के आने से गतिविधियां आगे बढ़ती है। जानकारों के अनुसार ऐसी स्थिति पंजीयन कार्यालय में प्रतिदिन देखी जा सकती है।]
कभी गति धीमी तो कभी सर्वर डाउन
पंजीयन विभाग द्वारा पंजीयन और रजिस्ट्री का काम ई-पंजीयन से किया जाता है। परेशानी इस बात की है कि कभी सर्वर की गति धीमी रहती है तो कभी सर्वर ही डाउन हो जाता है। पोर्टल भी कई बार साथ छोड़ देता है। ऐसे में स्लॉट बुक करवाने के साथ आवंटन और अन्य प्रक्रिया प्रभावित होती है। इसके लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।
मुलभूत सुविधाओं का अभाव
पंजीयन कार्यालय में प्रतिदिन 1000 से 1500 लोग रजिस्ट्री और दस्तावेज पंजीयन के लिए आते हैं। इनके बैठने और पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। कार्यालय स्टाफ के लिए भी आरओ वॉटर की एक दो केन आती है। जिससे पंजीयन कार्यालय का स्टाफ अपना काम चलाता है। कार्यालय में आम लोगों के लिए सुविधाघर का भी अभाव है, ऐसे में महिलाओं को खासी परेशानी होती है।
वेबसाइट कब बन्द हो जाएगी, पता नहीं
पंजीयन विभाग वेबसाइट ठीक से काम नहीं कर रही है। जिससे रजिस्ट्री और बैंकों मॉर्टगेज नहीं हो पा रहे हैं। दस्तावेज पंजीयन और रजिस्ट्री के लिए स्लॉट आवंटन और इसके निर्धारित समय की जानकारी सर्विस प्रोवाइडर या अभिभाषक द्वारा मोबाइल से लोगों को देकर बुलवाया जाता है। कार्यालय में स्लॉट या पंजीयन के क्रम की जानकारी देने के लिए डिस्प्ले भी उपलब्ध नहीं होने से लोगों को पंजीयन के क्रम के लिए बार-बार पड़ताल करना पड़ती है।
वाहन पार्किंग भी समस्या
रजिस्ट्री और दस्तावेज पंजीयन के लिए आने वाले लोगों के लिए मूलभूत सुविधा का अभाव तो है वाहन भी खड़े करने की व्यवस्था नहीं है। कार्यालय के बाहर सर्विस रोड पर वाहनों की पार्किंग से अकसर जाम लग जाता है। इस संबंध में जिला पंजीयक एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश बंसल का कहना है कि कार्यालय में मूलभूत सुविधाओं के साथ लोगों की अन्य व्यवस्थाओं का अभाव है। इसके लिए विभाग को प्रस्ताव भेजे गए हैं। गर्मी से बचने के लिए परिसर में जल्द ही शामियाने लगाए जाएंगे। पीने के पानी के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। जहां तक सर्वर की गति और वेबसाइट का प्रश्न है इसकी व्यवस्था हमारे हाथों में नहीं है, लेकिन इससे होने वाली दिक्कतों से समय-समय पर मुख्यालय को अवगत कराया जाता है।
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