लखनऊ : राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त और भारतीय जाली मुद्रा का अंतरराष्ट्रीय व्यापार करने वाले तस्कर गिरोह के दो सदस्य यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़े हैं। उनके पास से करीब तीन लाख चालीस हजार के जाली रूपये भी बरामद किया गया है।
एफटीएफ ने बताया कि फील्ड ईकाई प्रयागराज की टीम को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि भारतीय जाली मुद्रा के साथ दो व्यक्ति जीसी कम्पनी रोड से मुख्य मार्ग की ओर पैदल आ रहे हैं। टीम फौरन उस स्थान पर पहंुची जहां उन तस्करों के आने की सूचना मिली थी। लगभग तीन बजे जब वह दोनों पहंुचे तो थोड़ा बल प्रयोग कर उनको दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में प्रतापगढ़ के थाना लालगंज अन्तर्गत महेषपुर का निवासी मदन लाल हरिजन व दूसरा सदस्य बबलू चैरसिया, प्रयागराज के थाना कल्यानपुर अन्तर्गत थम्मन का पुरवा का निवासी बताया जा रहा है।
इन अभियुक्तों के पास से तीन लाख चालीस हजार के जाली नोट (दो हजार रूपये के 170 नोट) एक अदद आधार, डेबिट कार्ड, दो मोबाइल व एक 8 अगस्त का प्रयागराज से कटिहार तक का रेलवे टिकट के अलावा 3300 रूपया बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना नैनी, जनपद प्रयागराज में मुअसं-411/2022 धारा-489बी/489सी भादवि के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
कैसे होता था जाली नोटों का कारोबार –
अभियुक्त मदनलाल ने कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि गांव में उसकी मुलाकात अच्छे लाल चैरसिया से हुई, जो पश्चिम बंगाल मे नकली नोट तस्करी करने वाले गैंग के सरगना दीपक मण्डल, उसके रिश्तेदार एवं सहयोगी सुभाष मण्डल व बहनोई विश्वजीत सरकार के साथ मिलकर जाली भारतीय मुद्रा के सप्लाई का काम करता है। रूपयों के लालच में मदनलाल भी अच्छेलाल के साथ जाली भारतीय मुद्रा के सप्लाई के कारोबार में जुड गया। मदनलाल, अच्छेलाल के साथ पहले भी कई बार मालदा पश्चिम बंगाल से लाखों के जाली भारतीय मुद्रा को लाकर उनकी खपत कर चुका है। दिनांक 08-08-2022 को पुनः अच्छेलाल के कहने पर मदनलाल अच्छेलाल के साढ़ू के लडके बबलू चैरसिया के साथ नकली नोट लाने के लिए मालदा पश्चिम बंगाल गया था। वहां पर दोनों ने 1,36,000 रूपये (एक लाख छत्तीस हजार) के असली नोट सुभाष मण्डल को दिये थे और बदले में रू0 3,40,000 के (दो-दो हजार रूपये) नकली नोट सुभाष मण्डल व विश्वजीत सरकार से लिए थे, जिसमें से 2,00,000 रूपये (2000 रू0 की 100 नोट) मदनलाल अपने पास रख लिया तथा 1,40,000 रूपये (2000 रू0 की 70 नोट) बबलू ने अपने पास रख लिया था। फिर दोनों वहॉ से पुलिस से बचने के लिए रास्ता बदल-बदलकर बस व ट्रेन से छिवकी (नैनी) रेलवे स्टेशन पहुंचे।
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स्टेशन के बाहर ही दोनों अच्छेलाल व विशाल उर्फ आकाश के कहने के अनुसार उनके आने का इन्तजार करते रहे लेकिन उनके आने में देरी होने के कारण दोनों स्टेशन से बाहर निकलकर जाने की फिराक में थे। मदनलाल ने बातया कि इन नकली नोटो को छिवकी स्टेशन के बाहर अच्छेलाल को ही देते और वही इन नकली नोटो की खपत करते। पश्चिम बंगाल से नकली नोटों को लाने के एवज में अच्छेलाल मदनलाल को पैसा देता था। पुलिस से बचने के लिए मदनलाल प्रत्येक बार पश्चिम बंगाल से जाली नोट लेकर वापस आते समय अलग-अलग ट्रेन, बस व स्थान बदल-बदल कर आते है तथा अपना मोबाइल भी बन्द रखते है, जिससे पुलिस से पकड़े न जा सके।
पहले भी जा चुका है जेल –
एसटीएफ टीम प्रयागराज द्वारा वर्ष 2015 में अच्छेलाल चैरसिया को करीब साढ़े सात लाख नकली नोटों के साथ तथा वर्ष 2019 में करीब ढाई लाख रूपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
- पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट
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