सोनभद्र: ओबरा पुलिस ने तस्करी के एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसके सामने आने के बाद नगर में सनसनी फैल गयी। ओबरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने तीन नाबालिग लड़कियों की तस्करी कर बिहार में बेचने के मामले में दो लोगों को असलहा व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी ओबरा चारु द्विवेदी ने शुक्रवार को बताया कि 15 मार्च 2023 को ओबरा क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने लिखित प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि शहादत उर्फ सोनू नाम का एक लड़का वादी की पुत्री व उसके अन्य मित्रों की दो पुत्रियों को ओबरा से ले जाकर छपरा बिहार में बेचा दिया है। इस सूचना पर पुलिस ने थाना ओबरा पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार प्रयास में थी।
शुक्रवार की सुबह एक सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने नामजद अभियुक्त शहादत उर्फ सोनू पुत्र स्व0 मो0 लतीफ, निवासी गिरिया, थाना रामपुर बरकोनिया सोनभद्र को बिल्ली रेलवे स्टेशन के पास से एक कट्टा व एक जिन्दा कारतूस 315 बोर के साथ गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ की पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि यहां से लड़कियों को लेकर छपरा बिहार में ह्रदयराम को बेचता था तथा ह्रदयराम से इसके बदले में पैसा व कट्टा तथा कारतूस प्राप्त करता था। गिरफ्तार अभियुक्त ने यह भी बताया कि आज ह्रदयराम मुझसे लड़किया लेने आया है जो इस समय ओबरा में ही है। अभियुक्त सोनू के बताये गये हुलिया के अनुसार पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त ह्रदयराम पुत्र स्व0 लोटनराम, निवासी अरियाँम, थाना मांझी, जनपद छपरा बिहार को बग्घानाला तिराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। जांच में उसके पास से भी एक कट्टा, एक जिन्दा कारतूस बरामद किया गया।
पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि बिहार तस्करी कर ले गई तीनों नाबालिग लड़कियों को बिहार चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के माध्यम से बरामद कर लिया गया है। इस गिरफ्तारी व बरामदगी के मामले में ओबरा थाने पर पास्को व अन्य धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)