लखनऊः राजधानी लखनऊ में वाहनों से अवैध वसूली को लेकर आए दिन चर्चा बनी रहती है। वहीं सबसे ज्यादा अहिमामऊ पुल के नीचे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की लगातार वसूली की शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद शनिवार को अहिमामऊ चौराहे की जमीनी हकीकत से रूबरू होने के लिए जेसीपी कानून एवं व्यवस्था पीयूष मोर्डिया सिविल ड्रेस में निकले थे। सुशांत गोल्फ सिटी के उपनिरीक्षक सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि यह लोग एक वाहन चालक से रिश्वत मांग रहे थे जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है।
ये भी पढ़ें..कड़े निर्देशों के बावजूद जालौन में धड़ल्ले से चल रहा अवैध खनन का खेल, प्रशासन मौन
मिली जानकारी के मुताबिक वह शनिवार को अपने जनसम्पर्क अधिकारी निरीक्षक ओमकार यादव के साथ अहिमामऊ चौराहे की जमीनी हकीकत से रूबरू होने निकले थे। तभी अहिमामऊ अंडरपास के पास देखा कि एक वाहन खड़ा हुआ है और उसमें कुछ लोग बैठे हैं। जबकि वाहन का चालक नहीं था। उस वाहन की वजह से जाम की समस्या उत्पन्न हो रही थी। यात्रियों से पूछने पर वह अंडरपास के पास बना यातायात पुलिस बूथ के पास पहुंचकर उन्होंने जानकारी की तो पता चला कि वाहन चालक से रिश्वत मांगी जा रही है।
पूछताछ पर चालक ने बताया कि उसका नाम सांबले अजय है और वह मूलरूप से तेलांगना का रहने वाला है। चालक अजय ने संयुक्त पुलिस आयुक्त को बताया कि उसके वाहन को रोककर पुलिस कर्मियों द्वारा रिश्वत मांगा गया है। न देने पर वाहन सीज करने की धमकी दी जा रही है। इस पर सयुंक्त पुलिस आयुक्त ने पुलिस उपायुक्त यातायात को तत्काल कार्रवाई कर जांच करने को निर्देश दिए। इसके बाद यातायात पुलिस उपायुक्त ने यातायात उपनिरीक्षक राजू भास्कर, सिपाही धर्मेन्द्र सिंह और अंकुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)