प्रदेश उत्तराखंड

चारधाम: केदारनाथ सहित चारों धामों के गर्भगृह से नहीं होगा लाइव प्रसारण

cm chardham_674

देहरादून: चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड ने धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री मन्दिरों के गर्भगृह से सजीव (लाइव) प्रसारण नहीं करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही जोशीमठ में बद्रीनाथ वेद वेदांग स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ की अध्यासन वाली भूमि पर वेद अध्ययन केंद्र स्थापित किये जाने का भी निर्णय लिया गया।

शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की तीसरी बैठक आयोजित हुई। बैठक में बोर्ड के वर्ष 2021-22 के बजट को अनुमोदित किया गया। बैठक में बोर्ड द्वारा धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री मन्दिरों के गर्भगृह से सजीव प्रसारण नहीं करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। बैठक में केदारनाथ धाम में पूजा, यात्रा व्यवस्था के सफल संचालन के लिए मास्टर प्लान के अनुसार आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कार्य सम्पादित करने के लिए कन्सलटेंट चयनित करने की सहमति दी गई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चारधाम स्थित मन्दिरों में पुरानी परम्पराएं चलती रहेंगी। राज्य सरकार का कार्य मन्दिर की आन्तरिक व्यवस्थाओं पर अधिकार करना नहीं, बल्कि सहयोग करना है। हमारा उद्देश्य मन्दिर परिसरों की सुविधाओं के विकास में सहयोगी बनना है। उन्होंने सभी सदस्यों से इस सम्बन्ध में सभी को अवगत कराने की भी अपेक्षा की है। इस सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित लोगों से वार्ता भी की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा संचालित न होने की दशा में आवश्यकता पड़ने पर बोर्ड को अतिरिक्त वित्तीय सहायता देने पर भी विचार किया जाएगा। इसके लिये मुख्यमंत्री ने संशोधित प्रस्ताव प्रेषित करने को कहा।

यह भी पढ़ेंः-पीएम मोदी बोले- महाराष्ट्र, केरल में बढ़ते मामले चिंता का विषय

बैठक में आयुक्त गढ़वाल एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड रविनाथ रमन ने बोर्ड के कामकाज की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में बद्रीनाथ देवस्थानम के लिए 24.46 करोड़, केदारनाथ देवस्थानम के लिये 29.92 करोड़ तथा गंगोत्री एवं यमुनोत्री के लिये 50-50 लाख रुपये का बजट प्रस्तावित है, जिसे बोर्ड द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है।