IAS Pooja Singhal: झारखंड सरकार ने चर्चित आईएएस पूजा सिंघल का निलंबन समाप्त कर दिया है। कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग ने मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी किया। उन्हें कार्मिक विभाग में योगदान देने का निर्देश दिया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति ने हाल ही में उन्हें निलंबन मुक्त करने की अनुशंसा की थी।
IAS Pooja Singhal: 28 महीने जेल में रहने के बाद मिली थी जमानत
झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब 28 महीने जेल में रहने के बाद पूजा सिंघल को पीएमएलए कोर्ट ने सितंबर 2024 में जमानत दे दी थी। उन्हें भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) के एक प्रावधान के तहत राहत मिली है, जिसमें प्रावधान है कि अगर कोई आरोपी लंबे समय से जेल में है और उस मामले में दी जाने वाली कुल सजा का एक तिहाई हिस्सा काट चुका है, तो उसे जमानत दी जा सकती है। कोर्ट ने दो-दो लाख रुपये के निजी मुचलके और पासपोर्ट जमा करने की शर्त पर जमानत दी थी।
IAS Pooja Singhal: 2022 में हुई थी गिरफ्तारी
सिंघल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 11 मई 2022 को गिरफ्तार किया था। इससे पहले एजेंसी ने उनके आवास समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। उनके पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार के आवास से करीब 20 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए थे। जेल भेजे जाने के बाद झारखंड सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
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निलंबन से पहले पूजा सिंघल उद्योग सचिव और खान सचिव का प्रभार संभाल रही थीं। वह झारखंड राज्य खनिज विकास निगम की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। पिछली भाजपा सरकार में वह कृषि सचिव के पद पर भी कार्यरत थीं। मनरेगा घोटाले के समय वह खूंटी में उपायुक्त के पद पर तैनात थीं।
21 साल की उम्र में बनी थी आईएएस अफसर
पूजा सिंघल मूल रूप से देहरादून की रहने वाली हैं। वह स्कूल से लेकर कॉलेज तक में टॉपर रहीं। गढ़वाल विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने 1999 में पहले प्रयास में ही यूपीएससी की परीक्षा पास की और महज 21 साल की उम्र में आईएएस बन गईं।