गिलगित बाल्टिस्तान: सोमवार को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं इस्लामाबाद में सोमवार को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाने का आह्वान किया गया था, जिसे खारिज करते हुए इन छात्रों ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन किया। कश्मीरियों के प्रति समर्थन दिखाने के लिए पाकिस्तान में कश्मीर एकजुटता दिवस मनाया जाता है।
स्थानीय लोग गुलाम-स्वामित्व वाले जम्मू-कश्मीर और भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बीच विकास में भारी अंतर का हवाला देते हैं। कश्मीर पर पाकिस्तान के धोखे को उजागर करते हुए गुलाम जम्मू-कश्मीर के निवासी इस्लामाबाद से इस मुद्दे पर प्रोपेगेंडा फैलाने के बजाय अपनी कमियों पर ध्यान देने को कह रहे हैं।
राजनीतिक कार्यकर्ता तौकीर गिलानी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के मुताबिक, पाकिस्तान यहां के लोगों की जरूरतों का ख्याल रखने के लिए बाध्य है। एक तरफ पाकिस्तान 5 फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाने का ऐलान करता है तो दूसरी तरफ अपने अधीन लोगों को बुनियादी अधिकार तक देने से इनकार कर रहा है।
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प्रदर्शनकारी छात्रों ने क्या कहा?
वहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि पाकिस्तान हमारे प्राकृतिक संसाधनों का फायदा उठाता है। फिर भी हमारे पास न तो बिजली है और न ही स्वास्थ्य सुविधाएं। कई मरीज़ अस्पताल पहुंचने से पहले ही मर जाते हैं। यहां तक कि पीने का साफ पानी भी नहीं मिल रहा है। इंटरनेट बंद कर दिया गया है। मौलिक अधिकार छीन लिए गए हैं।
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