सपा प्रमुख अखिलेश यादव का पीएम पर हमला, बोले-उन्हें काशी में ही रहना चाहिये

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इटावाः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री एक महीना क्या तीन महीने तक बनारस में रहें, अच्छी जगह है, वह जगह रहने वाली है आखिरी समय में वहीं रहा जाता है। अपने पैतृक गांव सैफई में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर कहा कि भाजपा ने अपने एक डिप्टी सीएम को पैदल कर दिया और एक को स्टूल पर बैठा दिया। भाजपा की अंदरूनी लड़ाई की वजह से इन सबकी भाषा बदल रही है वो जानते हैं कि जनता उन्हें हटाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों और सिखों से घबराकर और यूपी,पंजाब के चुनावों को लेकर कृषि कानूनों को वापस लिया है, अगर पहले लेते तो इतने किसानों की जान नहीं जाती, हमारी सरकार आने पर आंदोलन में शहीद किसानों की 25 लाख से मदद की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा जो 5 ट्रिलियन इकॉनमी का सपना दिखा रही है वो चाहे तो प्रत्येक किसानों को करोड़ों रूपये दे सकती है भाजपा के लिए किसान नहीं बल्कि वोट महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है अच्छी बात है लेकिन क्या सरकार बताएगी। इस अन्न वितरण में जो अन्न बट रहा है इस भोजन के साथ लोगो को पर्याप्त न्यूट्रीशियन मिल पा रहा है। यादव ने कहा कि मुझे याद है और आप लोग इटावा में थे जिस समय मुख्यमंत्री इटावा में आए हुए थे और आपके सामने जो उद्घाटन हुए थे । आप जानते हैं कि किस सरकार के वह काम थे। जिन का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया था। इटावा जेल का उद्घाटन होने के बाद अभी तक चालू की जा सकी। उन्होंने अपनी सरकार में बनाई गई सफारी की चर्चा करते हुए कहा कि लायन सफारी एनिमल सफारी आज तक इटावा के इंतजार कर रही है वो चाहते हैं कि सीजेडए की परमिशन मिल जाए और लायन सफारी चलने लगे। जो विकास कार्य की गति थी रोक दी गई। इसी जगह पर देश का सबसे अच्छा एकोटिक्स सेंटर है, लेकिन सरकार के 5 साल के रुख से पूरा का पूरा एकोटिक्स सेंटर पूरी तरह से बर्बाद हो गया।

उन्होंने कहा कि सैफई में क्रिकेट स्टेडियम है जहां पर आईपीएल खेल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे याद है नेता जी ने अटल बिहारी बाजपेई जब प्रधानमंत्री थे। उस समय उस योजना से यहां स्टेडियम बनाये, लेकिन वह आज भी आधे अधूरे पड़े हुए हैं। यहां जो सुविधाएं सरकार को देनी चाहिए थी वह नहीं दी। उन्होंने कहा कि इटावा से यमुना नदी होकर गुजरती है, वह आगरा में इतनी गंदी है। इटावा में जब गर्मी के समय हो तो है मछलियां मरने लगती हैं, ये चंबल के आसपास का इलाका पर्यावरण के दृष्टिगत ही महत्वपूर्ण था। मुझे याद है आगरा और इटावा के बीच में सबसे ज्यादा चिड़िया पाई जाती हैं अलग-अलग तरीके की। वर्ल्ड फेस्टिवल होता था सरकार ने को रोक दी है।

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उन्होंने कहा कि बिजली का बिल सस्ता था वह अब महंगा हो गया है। एटा जिला बगल में अभी तक मुख्यमंत्री बिजली के कारखाना का नाम नहीं रट पाए क्योंकि नाम नहीं रट पाए, इसलिए एटा के बिजली के कारखाना का काम पूरा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि इटावा में सरकार ने भेदभाव किया है। यहां के सारे विकास के काम रोक दिए हैं और महंगाई का जवाब नहीं। खाद के लिए किसान लाइन में लगा है। सरकार जवाब नहीं दे पा रही है, किसान को खाद व बिजली सस्ती की जरूरत है। सरकार जरूरत पूरी नहीं कर पा रही है। उन्होंने राशन वितरण प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार बता सकती है क्या? जिस तरह से राशन वितरण हो रहा है। जो पर्याप्त न्यूटीशियन चाहिए वह गरीब को मिल रहा है। मुझे याद है जब सूखा पड़ी थी उस समय गरीबों को जहां बड़े पैमाने पर अनाज दिया गया था। वहां दूध व घी का इंतजाम किया गया था। आज एक तरफ किसानों को सरसों की कीमत नहीं मिल रही है और दूसरी तरफ जब सरसों का तेल बन रहा है तो महंगा खरीदना पड़ रहा। दोहरी मार से भारतीय जनता पार्टी किसानों को मार रही है।

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