शिमला: हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता, स्वच्छ जलवायु और समृद्ध संस्कृति के लिए न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है। हर साल देश-विदेश से करोड़ों पर्यटक यहां आते हैं, लेकिन इस साल भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के कारण पर्यटन कारोबार को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा। लेकिन, सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य सरकार ने लगभग सभी अवरुद्ध मार्गों को खोल दिया ताकि यहां आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
आज हिमाचल प्रदेश में पर्यटन गतिविधियां लगभग पूरी तरह से सुचारू हैं और प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। जिला शिमला के जुन्गा में 12 से 15 अक्टूबर तक शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल (Shimla flying festival) का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी प्रतिभागी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस फेस्टिवल का उद्देश्य प्रदेश में पर्यटन को एक बार फिर पटरी पर लाना है। पर्यटन विकास निगम ने शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल (Shimla flying festival) के आयोजन के लिए 10 लाख रुपये की राशि भी जारी कर दी है।
शिमला से 15 किलोमीटर दूर है जुन्गा
जुन्गा नाम स्थानीय देवता के नाम से लिया गया है, जो राजा राजवंश के कुलदेवता देवता हैं। जुन्गा में जुन्गा देवता का एक सुन्दर मंदिर है, जहाँ आज भी शुभ अवसरों पर धार्मिक उत्सव आयोजित किये जाते हैं। यहां इसके आसपास भी कई खूबसूरत मंदिर हैं। शहर से कुछ ही दूरी पर एक बौद्ध मठ, शिव पत्थर मंदिर, पथरी माता मंदिर, पुराना तारा देवी मंदिर और प्रसिद्ध साईं मंदिर हैं। जुन्गा सड़क नेटवर्क से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। शिमला से 15 किलोमीटर, कुफरी से 17 किलोमीटर, कंडाघाट से 21 किलोमीटर और चैल से 22 किलोमीटर दूर है।
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ट्रैकिंग के शौकीन लोगों के लिए उपयुक्त है जुन्गा
जुन्गा घने देवदार और देवदार के जंगलों से घिरा हुआ है, जो पर्यावरण और साहसिक प्रेमियों के लिए कई खूबसूरत वन मार्ग पेश करता है। शहर के चारों ओर वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत और विविध श्रृंखला उपलब्ध है। यहां ऐसे कई ट्रैक हैं जो पर्यटकों को विशेष रूप से साहसिक उत्साही लोगों को आकर्षित करने की क्षमता रखते हैं, जिनमें झरने का ट्रैक, पुराने तारा देवी मंदिर का ट्रैक, शिव पत्थर मंदिर का ट्रैक और चायल और कुफरी का ट्रैक शामिल हैं।
पर्यटन को पुनः शुरू करने में सहायक होगा: उपायुक्त
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में प्रदेश और जिला में हुई भारी बारिश के कारण पर्यटन व्यवसाय और इससे जुड़े लोगों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 12 से 15 अक्टूबर तक आयोजित होने वाला यह महोत्सव पर्यटन को फिर से शुरू करने में मददगार साबित होगा। इस महोत्सव में देश-विदेश के पैराग्लाइडर हिस्सा लेंगे। उन्होंने पर्यटकों से जुन्गा में आयोजित हो रहे महोत्सव में आने और आयोजित की जा रही विभिन्न पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिताओं (Shimla flying festival) का आनंद लेने की अपील की।
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