शिमलाः पिछले सवा दो महीने से शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती वयोवृद्ध कांग्रेस नेता और हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। दूसरी बार कोरोना से जंग जीतने के बाद वीरभद्र सिंह की हालत नाजुक बनी हुई थी और पिछले तीन दिन से वह वेंटिलेटर पर थे।
वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के रूप में लम्बे समय तक देश की सेवा की है। वे देश के वरिष्ठ नेताओं में से थे। हिमाचल की राजनीति व विकास में अहम योगदान देने वाले वीरभद्र सिंह के निधन से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गयी। उनके जाने से कांग्रेस ने बड़ा नेता खो दिया है। पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।
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वर्तमान में वीरभद्र सिंह अर्की से कांग्रेस के विधायक थे। उनकी अंत्येष्टि राजकीय सम्मान से होगा। वीरभद्र सिंह की मृत्यु से उनके चाहने वालों को गहरा सदमा लगा है। इस राजनेता ने छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री का पद संभाला और प्रदेश के विकास को गति दी। वह एक ऐसे करिश्माई व्यक्तित्व थे जिन्हें दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी दलों के नेताओं ने भरपूर सम्मान दिया।