Sayantika Banerjee resigned TMC। Bengal : आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर तृणमूल कांग्रेस में आंतरिक कलह शुरू हो गई है। रविवार दोपहर को पार्टी उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की गई। घोषणा के कुछ घंटों बाद, पार्टी की राज्य महासचिव और अभिनेत्री से नेता बनी सयंतिका बनर्जी ने पद से इस्तीफा दे दिया।
इस्तीफे की बताई वजह
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी को भेजे गए इस्तीफे में उन्होंने कहा है कि उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है। उनके करीबी पार्टी सूत्रों ने बताया कि अपने इस्तीफे पत्र में बनर्जी ने विस्तार से बताया है कि कैसे उन्होंने पार्टी लाइन के अनुसार काम किया और तीन साल तक नियमित रूप से पार्टी कार्यक्रमों में भाग लिया।
दरअसल, अभिषेक बनर्जी द्वारा उम्मीदवारों की सूची घोषित करते ही उनकी नाराजगी स्पष्ट हो गई। वह ब्रिगेड परेड ग्राउंड में मेगा रैली में मौजूद थीं, जहां से उम्मीदवारों की घोषणा की गई थी। इस घोषणा के बाद उन्हें गंभीर चेहरे के साथ कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलते और अपने मोबाइल फोन पर किसी से बात करते देखा गया। बनर्जी ने 2021 में पश्चिम बंगाल के बांकुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, हालांकि, वह हार गईं। इसके बाद उन्हें पार्टी का प्रदेश महासचिव बनाया गया।
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सांसद अर्जुन सिंह ने पार्टी पर लगाया ये आरोप
वहीं उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद अर्जुन सिंह ने तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व पर उनसे किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है। सिंह का नाम उम्मीदवारों की सूची से हटा दिया गया है और उनके स्थान पर पार्टी ने राज्य के सिंचाई मंत्री पाठा भौमिक को उम्मीदवार बनाया है। लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के बाद 2019 में अर्जुन सिंह को भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। लेकिन 2022 में वह अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में फिर से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
सिंह ने आरोप लगाया है कि जब वह 2022 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए, तो उन्हें बैरकपुर से उम्मीदवार बनाने का वादा किया गया था। लेकिन अब मुझे यह कहकर टिकट देने से इनकार कर दिया गया कि मैं क्षेत्र से बाहर का हूं। पार्टी का फैसला मेरे लिए काफी चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा, अगर मुझे पहले बताया गया होता तो मैं पार्टी में शामिल नहीं होता। बार-बार पूछे जाने के बावजूद वह अपने अगले राजनीतिक कदम के बारे में चुप्पी साधे रहे। अर्जुन सिंह के सहयोगी बैरकपुर से भौमिक के नामांकन का विरोध कर रहे हैं।
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