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महाराष्ट्र में साधुओं की पिटाई के मामले में छह गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

मुंबई: सांगली जिले के जत तहसील के लवंगे गांव में उत्तर प्रदेश के 4 साधुओं को बेरहमी से पिटाई मामले में 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले को पुलिस ने स्व संज्ञान लेते हुए शिकायत दर्ज कर ली है और अन्य आरोपितों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। सांगली जिले के पुलिस अधीक्षक दीक्षित कुमार गेदाम ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ये चारों साधु यूपी के रहने वाले हैं और दर्शन के लिए बीजापुर से पंढरपुर जा रहे थे।

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यहां के स्थानीय लोग उनकी भाषा नहीं समझ पाते थे, इसलिए गांव वालों ने उन्हें बच्चा चोर समझकर पीटा था। हालांकि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल साधुओं का इलाज कराया गया। इसके बाद ये सभी साधु चले गए थे। इस मामले बुधवार को पुलिस ने खुद केस दर्ज किया है और मामले की गहन जांच जारी है। सांगली जिले में साधुओं की पिटाई की खबर मिलते ही पुलिस महानिदेशक रजनीश शेठ ने इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का आदेश जिला पुलिस अधीक्षक को दिया था। इसके बाद सांगली के पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस ने इस मामले की खुद शिकायत दर्ज की और मामले में 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

गांव वालों ने साधुओं को समझा था बच्चा चोर -

घटनाक्रम के अनुसार बीजापुर से पंढरपुर जा रहे चार साधु जत तहसील के लवंगे गांव में रविवार को ठहरे थे। सोमवार को सुबह इन साधुओं ने एक बच्चे को बुलाकर रास्ते के बारे में पूछना शुरू किया। उसी समय गांव वालों को साधुओं पर बच्चा अपहरण करने का शक हो गया। इसी वजह से गांव वालों ने मिलकर साधुओं की पिटाई कर दी। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और साधुओं को बचाकर पुलिस स्टेशन लाई। इसके बाद साधुओं का इलाज कराया गया और मंगलवार को सभी साधु अपने गंतव्य पर रवाना हो गए।

पिछली सरकार की गलती नहीं दोहराएंगे: भाजपा

बुधवार को साधुओं की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इससे यह मामला गरमा गया। विपक्ष ने इस मामले पर सरकार की खिंचाई की है। भाजपा प्रवक्ता राम कदम ने कहा कि महाराष्ट्र साधु-संतों की भूमि है। पिछली सरकार ने जो गलती की थी, वह गलती इस सरकार के समय किसी भी कीमत पर नहीं होने दी जाएगी। राज्य में साधु संतों के समुचित सम्मान के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।

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