नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला लगातार जारी है। ऐसे में गुरुवार को उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि केंद्र के जन विरोधी प्रयोगों की वजह से बेरोजगारी की स्थिति देश भर में बनी है। ये सरकार युवाओं को रोजगार का अधिकार देने में फेल साबित हुई है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर बेरोजगारी के लिए कोरोना महामारी के बजाय केंद्र सरकार नीतियों और फैसलों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘बेरोजगारी की महामारी कोरोना का नहीं, मोदी सरकार के जन विरोधी प्रयोगों का परिणाम है। रोजगार अधिकार है, उसे देने में फेल ये सरकार है।’
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इससे पहले भी राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी में लाखों वेतनभोगी कर्मचारियों की नौकरी गई। नौ महीने में 71 लाख ईपीएफ खाते बंद हो गए। ये सब सरकार के बिना सोचे समझे लगाए गए लॉकडाउन का नतीजा था। आज भी कोविड के पीछे अपनी कमियां छुपाने की कोशिश कर रही है।