इंदौर: सेंट्रल जेल में शनिवार सुबह आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक बंदी ने इलेक्ट्रिक कटर से अपना काट लिया। जब तक वहां मौजूद लोग कटर का स्विच बंद करते, तब तक बंदी की मौत हो चुकी थी। पुलिस प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी अनिल यादव शनिवार सुबह अपने सहयोगी कैदी जितेंद्र के साथ जेल में बने लकड़ी कारखाने में गया। वहां कारखाना इंचार्ज महादेव ने सभी को काम करने के लिए औजार दिए। इसके तुरंत बाद अनिल ने इलेक्ट्रिक कटर को गर्दन के दाहिने तरफ रखकर बटन दबा दिया। घटना के समय जितेंद्र ने अनिल से मशीन छीनने की कोशिश की, लेकिन अनिल ने नहीं छोड़ी। इसके बाद जितेंद्र ने पावर प्लग निकाला और मशीन को बंद किया, तब तक अनिल की मौत हो चुकी थी।
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घटना की जानकारी लगने के बाद एमजी रोड थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कैदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एमजी रोड थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह नागर ने बताया कि घटना सुबह 8:20 बजे के लगभग की है। मृत कैदी अनिल यादव पुत्र वीर सिंह यादव (48) कुछ ही दिन पहले नरसिंहपुर जेल से इंदौर सेंट्रल जेल ट्रांसफर हुआ था। वह 2019 में हुई एक घटना में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। अनिल इंदौर के आजाद नगर इलाके का रहने वाला था।
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