PM Modi Kuwait Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया की स्किल कैपिटल बनने और कौशल की मांग को पूरा करने की क्षमता रखता है। भारत के स्टार्टअप और फिनटेक कुवैत की स्वास्थ्य सेवा से लेकर स्मार्ट सिटी और ग्रीन टेक्नोलॉजी तक हर जरूरत के लिए अत्याधुनिक समाधान तैयार कर सकते हैं। भारत के उभरते युवा कुवैत की भविष्य की यात्रा को भी नई ताकत दे सकते हैं। प्रधानमंत्री दो दिवसीय यात्रा पर आज कुवैत पहुंचे जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान भारतीय समुदाय से जुड़े लोगों ने उनका स्वागत किया। यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार विदेशों में काम कर रहे भारतीयों के कल्याण के लिए विभिन्न देशों के साथ समझौते कर रही है।
PM Modi Kuwait Visit: पोर्टल के जरिए लोगों को मिला रोजगार
ई-माइग्रेट प्लेटफॉर्म के जरिए विदेशी कंपनियों और पंजीकृत एजेंटों को एक साथ लाकर प्रभावी मैनपावर सॉल्यूशन दिए जा रहे हैं। पिछले 5 सालों में इस पोर्टल के जरिए हजारों लोगों को खाड़ी देशों में रोजगार मिला है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि संस्कृति और वाणिज्य के जरिए बने भारत-कुवैत के रिश्ते आज नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। कुवैत भारत का महत्वपूर्ण ऊर्जा और व्यापार साझेदार है। कुवैती कंपनियां भारत में बड़ा निवेश कर रही हैं। कुवैत और भारत के नागरिकों ने हमेशा संकट के समय एक-दूसरे की मदद की है।
43 साल बाद भारत के पीएम का कुवैत दौरा
प्रधानमंत्री ने इस बात का विशेष उल्लेख किया कि कोई भारतीय प्रधानमंत्री 43 साल बाद कुवैत का दौरा कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत से यहां आने में 4 घंटे लगते हैं लेकिन प्रधानमंत्री को यहां आने में चार दशक लग गए। प्रधानमंत्री ने स्थानीय भारतीय समुदाय की प्रशंसा की और कहा कि वह उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने आए हैं। कुवैती नेतृत्व भी भारतीयों के योगदान की सराहना करता है। उन्होंने कहा कि भारत उन कुछ देशों में से है, जिन्होंने कुवैत को स्वतंत्रता मिलने के बाद मान्यता दी। कोविड के दौरान कुवैत ने भारत को लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति की और उस दौरान भारत ने कुवैत में वैक्सीन और मेडिकल टीम भेजकर लड़ने का साहस भी दिया।
PM Modi Kuwait Visit: श्रमिक शिविर का किया दौरा
अपनी कुवैत यात्रा के पहले कार्यक्रम के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के मीना अब्दुल्ला इलाके में एक श्रमिक शिविर का दौरा किया, जिसमें करीब 1500 भारतीय नागरिक काम कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने भारत के विभिन्न राज्यों के विभिन्न वर्गों के भारतीय श्रमिकों से बातचीत की और उनका हालचाल जाना।
यह भी पढ़ेंः-मनपा कर्मचारियों ने आगे बढ़ाया एकनाथ शिंदे का संकल्प
विदेश मंत्रालय के अनुसार, श्रम शिविर का दौरा प्रधानमंत्री द्वारा विदेशों में भारतीय श्रमिकों के कल्याण को दिए जाने वाले महत्व का प्रतीक है। पिछले कुछ वर्षों में, सरकार ने विदेशों में भारतीय श्रमिकों के कल्याण के लिए कई प्रौद्योगिकी-आधारित पहल की हैं जैसे कि ई-माइग्रेट पोर्टल, मदद पोर्टल और उन्नत प्रवासी भारतीय बीमा योजना।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)