नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM MODI) ने रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में पूर्वोत्तर राज्यों में चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा की। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री आज कई बैठकें करने जा रहे हैं, इस सिलसिले में यह पहली बैठक थी। पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में से चार में चक्रवात रेमल के बाद बारिश और भूस्खलन के कारण कम से कम 36 लोगों की जान चली गई है। तूफान के कारण सामान्य जनजीवन भी लगभग ठप हो गया है।
मिजोरम में सबसे ज्यादा हुई मौतें
वही अगर मिजोरम की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा 27 लोगों की मौत हुई है। इसमें अकेले आइजोल जिले में खदान ढहने से 21 लोगों की जान चली गई। नागालैंड में चार, असम में तीन और मेघालय में दो लोगों की मौत हुई है। तेज हवाओं के साथ बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए और बिजली आपूर्ति और इंटरनेट सेवाएं बाधित हुईं।
पीएम मोदी आज देश के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक भी करेंगे। उत्तर और मध्य भारत के ज्यादातर राज्यों में लू चल रही है। कई शहरों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है।
यह भी पढ़ें-सोनिया गांधी का आश्वासन: जनता की उम्मीदों पर खरी उतरेगी तेलंगाना सरकार
नई सरकार के पहले 100 दिनों के एजेंडों पर भी बैठक
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री आज विश्व पर्यावरण दिवस के बड़े पैमाने पर मनाए जाने वाले जश्न की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक भी करेंगे। वह नई सरकार के पहले 100 दिनों के एजेंडे पर मंथन के लिए एक बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे।
अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों में अनुमान लगाया गया है कि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को लोकसभा चुनाव में 350 से अधिक सीटें मिलेंगी। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री अपने तीसरे कार्यकाल के लिए 100 दिन का एजेंडा तय करने पर आज से काम शुरू कर रहे हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)