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International Plastic Bag Free Day: हमारा संकल्प ही बना सकता है दुनिया को प्लास्टिक मुक्त

plaslic bags

लखनऊ: आज के दौर में प्लास्टिक का उपयोग हमारे जीवन में लगातार बढ़ता जा रहा है, इसका का उपयोग पर्यावरण के लिए हानिकारक है। इसके बावजूद प्लास्टिक का इस्तेमाल हम निरंतर कर रहे है। चाहें वो बैग से लेकर चाय का कप ही क्यों न हो, बता दें कि प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और इसके बढ़ते उपयोग को रोकने के लिए हीं हर साल 3 जुलाई को ‘इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे’ (International Plastic Bag Free Day) के रूप में मनाया जाता है।

क्यों मनाया जाता है ‘इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे’

प्लास्टिक का सर्वाधिक उपयोग हम बैग के रूप में करते है, प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है। दरअसल, प्लास्टिक बैग फ्री डे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। जिससे दुनिया को प्लास्टिक बैग फ्री बनाया जा सके। प्लास्टिक बैग के अलावा कई अन्य विकल्प हमारे पास मौजूद है। जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होता है।

प्लास्टिक पर्यावरण के लिए है घातक

हर कोई जानता है कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए कितनी हानिकारक होती है। प्लास्टिक अन्य पदार्थ की तुलना में सदियों तक नहीं गलती, बल्कि यह मिट्टी, पानी आदि में मिलकर उसे दूषित कर रही है। आज के समय में इसका उपयोग अधिक हो गया है लोग इसके दुष्प्रभाव जानते हुए भी अपने आराम के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं और फेंक देते हैं। बैग के रूप में प्लास्टिक का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है और हम लोग भी एक या दो बार उपयोग के बाद ही उन बैग्स को फेंक देते है। जिसका नुकसान बेजुबान पशु-पक्षियों से लेकर पर्यावरण तक को हो रहा है।

कब हुई ‘इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे’ की शुरुआत ?

दुनिया के कई शहरों में प्लास्टिक बैग बैन है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इन्हीं सभी प्रभावों को कम करने के लिए और लोगों के इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए 3 जुलाई 2009 से पूरी दुनिया में ‘इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे’ मनाने की शुरुआत हुई।

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इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे’ को 12 साल पूरे

बता दें कि ‘इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे’ को 12 साल पूरे हो चुके हैं। प्लास्टिक बैग के बुरे प्रभावों को लेकर लोगों जागरूक करने के लिए दुनिया भर के संगठन और लोग मिल कर इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। वहीं इंटरनेशनल कपंनियों पर भी प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।