एनटीए ने नीट-यूजी में ग्रेस मार्क्स के लिए समिति गठित की, 1500 से अधिक छात्रों को मिलेगा लाभ

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नई दिल्ली: नीट-यूजी 2024 के नतीजों को लेकर चल रहे विवाद के बीच राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने 1,500 से अधिक अभ्यर्थियों को दिए गए ग्रेस मार्क्स का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। यह कदम बढ़े हुए अंकों के व्यापक आरोपों के बाद उठाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप 67 अभ्यर्थी शीर्ष रैंक साझा कर रहे हैं, जिसमें एक ही परीक्षा केंद्र के छह अभ्यर्थी शामिल हैं।

6 केंद्रों पर हुई छात्रों को समस्या

नीट परीक्षा विवाद पर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि अभ्यर्थियों ने कुछ मुद्दे उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह दुनिया या देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा है, जो एक ही पाली में होती है, जिसमें करीब 24 लाख अभ्यर्थी और 4,750 केंद्र होते हैं। इस परीक्षा का पैमाना सबसे बड़ा है। करीब छह केंद्रों पर प्रश्नपत्रों के गलत वितरण के कारण करीब 16,000 अभ्यर्थी प्रभावित हुए यह समिति केंद्र से रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज समेत समय की बर्बादी के विवरण की जांच करेगी।

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समिति में यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष और अन्य शिक्षाविद शामिल हैं। समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने पारदर्शी तरीके से हर चीज का विश्लेषण किया और परिणाम घोषित किया। 4,750 केंद्रों में से समस्या केवल छह केंद्रों तक सीमित थी और 24 लाख उम्मीदवारों में से केवल 1,600 उम्मीदवार प्रभावित हुए थे।

एक सप्ताह के भीतर पैनल सौंपेगा रिपोर्ट

आगे कहा कि देश भर में इस परीक्षा की पवित्रता से समझौता नहीं किया गया। हमने अपनी प्रणाली का विश्लेषण किया और पाया कि कोई भी पेपर लीक नहीं हुआ। एनडीए डीजी ने कहा कि जिन नीट उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, उनके परिणाम संशोधित किए जा सकते हैं, इससे प्रवेश प्रक्रिया प्रभावित नहीं होगी। नीट-यूजी ग्रेस मार्क्स मुद्दे की समीक्षा करने वाला पैनल एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंप देगा। गौरतलब है कि एनटीए ने 5 मई, 2024 को नीट-यूजी परीक्षा आयोजित की थी। यह परीक्षा 14 विदेशी केंद्रों सहित 571 शहरों के 4750 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। 14 लाख 6 हजार उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था। परीक्षा का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया।

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