पंजाब

अब संगरूर में भाजपा के धरने के समानांतर किसानों ने लगाया धरना  

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चंडीगढ़: पंजाब में भाजपा कार्यकर्ताओं और उग्र किसानों के मध्य टकराव के आसार बढ़ गए हैं। अब संगरूर में धरना दे रहे भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं के समानान्तर ही किसानों ने भी धरना शुरू कर दिया है। भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर किसानों द्वारा किये जा रहे हमलों के विरोध में मंगलवार को जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के समक्ष पार्टी के नेता-कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे और धरने पर बैठे थे। इसकी सूचना मिलते ही भारतीय किसान यूनियन ( एकता -उग्राहां) के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और पुलिस कार्यालय के दोनों द्वारों पर धरना शुरू कर दिया। इससे वहां पर हालात तनाव भरे हो गए। पुलिस द्वारा सुरक्षा प्रबंध किये जा रहे हैं।

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गौरतलब है कि केंद्रीय कृषि अधिनियमों के विरोध के नाम पर पंजाब में भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले जारी हैं, उन्हें न तो पार्टी का कोई कार्यक्रम करने दिया जा रहा है और न ही उन्हें बैठक करने दी जा रही है। इसी रविवार को मुख्यमंत्री के गृह जिला पटियाला के नगर राजपुरा में बैठक कर रहे भाजपा के नेताओं को उग्र किसानों द्वारा पीटा गया और बाद में दो महिलाओं, तीन बच्चों समेत 14 भाजपा कार्यकर्ताओं को बंधक बना लिया गया। पुलिस की नाकामी से ख़फ़ा भाजपा के लोगों में रात को ही पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में दस्तक दी और आधी रात को अदालत के निर्देशों पर पुलिस ने कार्रवाई की और लाठीचार्ज करके बंधक बनाये लोगों को मुक्त करवाया। किसानों पर मुकदमे भी दर्ज़ किये गए हैं। पुलिस आज किसानों की धर -पकड़ की कारवाई भी कर रही है। इससे पूर्व भी भाजपा की बैठक करने गए भाजपा के अबोहर से विधायक अरुण नारंग को उग्र किसानों ने पुलिस की मौजूदगी में वस्त्रहीन करके दौड़ाया गया था। अभी भी भाजपा के लोगों पर पत्थरबाज़ी , उनके खिलाफ धरने -प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। संगरूर थाने में भाजपा नेताओं के धरने के सामांतर आज का किसानों का धरना इसका ज्वलंत उदाहरण है। इससे भाजपा और किसानों के बीच टकराव बढ़ना लाजिमी है।