UGC-NET परीक्षा रद्द होने पर फूटा छात्रों का गुस्सा, लखनऊ से दिल्ली तक किया जोरदार प्रदर्शन

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UGC-NET Exam 2024, नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने रिपोर्ट के आधार पर UGC-NET परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर है। वहीं परीक्षा में हुई अनियमितताओं को लेकर छात्रों का गुस्सा सड़कों पर देखने को मिल रहा है। छात्र एनटीए के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली से लेकर लखनऊ तक देशभर में अलग-अलग जगहों पर छात्र प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर भी छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।

पुलिस और छात्रों के बीच हुई नोकझोंक

दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग को लेकर वामपंथी छात्र संगठन आइसा के सदस्य भी सड़कों पर उतरे आए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू के छात्र भी शामिल हुए। सभी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के दौरान कई छात्रों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। इसका वीडियो भी सामने आया ह। आइसा सदस्यों ने शिक्षा मंत्री पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।

छात्रों की सीबीआई जांच की मांग

दरअसल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा कल छात्रों को यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद गुरुवार को गुस्साए छात्र शास्त्री भवन पहुंचे और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध जमकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने नीट-यूजी परीक्षा की सीबीआई जांच की भी मांग की है। साथ नकल माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।

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UGC-NET परीक्षा रद्द होने पर छलका छात्रों का दर्द

प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा, “हमारी पहली मांग है कि एनटीए को भंग किया जाए। उसके पास परीक्षा आयोजित करने की क्षमता नहीं है। ये लोग अब छात्रों की उम्मीदों पर पानी फेर रहे हैं, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। जिस तरह से लगातार दो परीक्षाएं लीक हुई हैं, उससे एनटीए की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि संबंधित अधिकारी भी इस पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं, जिससे और भी गंभीर सवाल खड़े होते हैं।”

छात्रों ने कहा- “हम इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि कल हमें एक नोटिस मिला, जिसमें कहा गया था कि यूजीसी नेट परीक्षा रद्द कर दी गई है, लेकिन ऐसा करने का कारण सार्वजनिक नहीं किया गया है। अब आप ही बताइए, 9 लाख बच्चे पिछले कई सालों से यूजीसी नेट की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब एक झटके में यह परीक्षा रद्द कर दी गई है। हम मांग करते हैं कि धर्मेंद्र प्रधान अपने पद से इस्तीफा दें। इसके अलावा हम यह भी मांग करते हैं कि प्रश्नपत्र निजी प्रिंटिंग प्रेस की बजाय सरकारी प्रिंटिंग प्रेस से छपवाए जाएं।”

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