विशेष मध्य प्रदेश

Mukhyamantri Bal Aashirwad Yojana: अनाथ बच्‍चों का भविष्‍य संवार रही सरकार

mukhyamantri-baal-aashirwad-yojana

Mukhyamantri Bal Aashirwad Yojana : मध्य प्रदेश में सरकार गरीबों, महिलाओं, बेटियों और युवाओं के लिए शैक्षणिक, आर्थिक और रोजगार से जुड़ी तमाम योजनाएं चला रखी है। इन योजनाओं में के माध्यम से सरकार जरूरतमंदों, गरीबों और बेसहारा लोगों की मदद कर रही है। इसके अलावा राज्य सरकार अनाथ बच्चों के लिए एक बेहद महत्वाकांक्षी योजना भी चला रही है। सरकार ने इस योजना को ''मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना'' का नाम दिया है। 

इस योजना के तहत सरकार द्वारा ऐसे बच्चे, जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है और किसी रिश्तेदार या अभिभावक के साथ रह रहे हैं, उन्हें आर्थिक सहायता एवं अन्य लाभ प्रदान करने का सार्थक प्रयास किया गया है। साथ ही सरकार की ओर से उन्हें से हर महीने चार हजार(4,000) रुपये दिए जाते हैं। इतनी ही नहीं मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के माध्यम से सरकार बच्चों को RTI, CLAT, JEE और  NEET परीक्षा उत्तीर्ण करने से लेकर पढ़ाई पूरी होने तक उनकी शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

Mukhyamantri Baal Aashirwad Yojana  के उद्देश्य

मध्य प्रदेश सरकार ने द्वारा शुरू की है ‘मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना 2024’ एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के माध्यम से उन सभी अनाथ बच्चों को सहायता मिलेगी जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है और वे वर्तमान में किसी संस्था या अपने संबंधियों की देखभाल में हैं। सरकार इस योजना के तहत राज्य के सभी अनाथ बच्चों को वित्तीय, शैक्षिक, व्यावसायिक और चिकित्सा सहायता प्रदान करके उनके भविष्य को बेहतर बनाने का काम कर रही है। इस के मुख्य उद्देश इस प्रकार हैं....

  • इस योजना का उद्देश्य बाल देखभाल संस्थानों को छोड़ने वाले 18 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों की वित्तीय और शैक्षिक सहायता प्रदान करके समाज में पुनर्वास करना।
  • 18 वर्ष की आयु तक के अनाथ बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करना जो अपने रिश्तेदारों या अभिभावकों के साथ रह रहे हैं।
  • सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इन बच्चों को  RTI, CLAT, JEE और  NEET परीक्षा उत्तीर्ण करने और अपनी आगे की शिक्षा जारी रखने तक आर्थिक सहायता मिलती रहें।
  • सरकार का लक्ष्य राज्य के सभी अनाथ बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
  • इस योजना के तहत 24 वर्ष तक की आयु के अनाथ बच्चों को सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि वे अपने लिए एक उज्ज्वल भविष्य बना सकें।
  • इंटर्नशिप अवधि के दौरान अधिकतम एक साल तक 5,000 रुपये की मासिक सहायता दी जाएगी।
  • मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत आने वाले बच्चों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा सहायता के लिए आयुष्मान कार्ड भी बनवाया जाएगा।

मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना के लिए पात्रता

बता दें कि बाल आशीर्वाद योजना के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के अनाथ बच्चे, जो किसी रिश्तेदार या अभिभावक की देखरेख में रह रहे हैं और मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के तहत पात्र नहीं हैं, पात्र होंगे। ऐसे बच्चों को सरकार की तरफ से स्पॉन्सरशिप में प्रति माह 4 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का प्रावधान है। हर महीने मिलने वाली यह रकम बच्चे और उसके रिश्तेदार के संयुक्त बैंक खाते में जमा ट्रांसफर कर दी जाएगी।

ये भी पढ़ेंः-Atal Pension Yojana 2024: हर माह मिलेगी 5,000 रुपए पेंशन, जानें आवेदन करने का सही तरीका

18 साल से ज्यादा आयु वालों के लिए अलग प्रावधान

मध्य प्रदेश सरकार की इस योजना से ऐसे बच्चों को लाभ मिलेगा जिनकी उम्र 18 वर्ष हो चुकी है और उन्हें बाल देखभाल संस्थानों से मुक्त कर दिया गया है। योजना में 18 वर्ष से अधिक आयु के बालक-बालिकाओं को वित्तीय एवं शैक्षणिक सहायता प्रदान करने का प्रावधान है। पश्चात देखभाल में दी जाने वाली सहायता के अलावा इंटर्नशिप का लाभ देकर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।


mukhyamantri-bal-ashirwad-yojana

मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लाभ

  • मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना शुरू की गई।
  • बाल आशीर्वाद योजना के तहत इंटर्नशिप अवधि के दौरान हर महीने 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
  • इस योजना के माध्यम से सरकारी संस्थानों में व्यावसायिक प्रशिक्षण निःशुल्क प्रदान किया जायेगा।
  • इस योजना के तहत आईटीआई, पैरामेडिकल, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा, नर्सिंग, पर्यटन और कौशल विकास और होटल प्रबंधन में पाठ्यक्रमों का समर्थन।
  • बाल आशीर्वाद योजना 2024 के तहत NEET, JEE या CLAT में प्रवेश लेने वाले छात्रों को अध्ययन अवधि के दौरान  वित्तीय सहायता दी जाएगी।
  • बच्चों को उनके आजीविका व्यय के लिए अलग से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
  • वित्तीय सहायता राशि का सीधा भुगतान लाभार्थी बच्चों के बैंक खातों में किया जाएगा, जिसके लिए माता-पिता का बैंक खाता एवं आधार कार्ड आवश्यक है।

बाल आशीर्वाद योजना के आवश्यक दस्तावेज

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरु की गई मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना सरकार की महत्वूर्ण योजनाओं में से एक है। इस योजना का लाभ पाने के लिए बच्चों के पास इन दस्तावेजों का होना बहुत जरुरी है।

  • इस योजना का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड (Aadhar card) होना जारुरी है।
  • माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र 
  • राशन कार्ड (Ration card)
  • बैंक अकाउंट (Bank account)
  • वोटर आई कार्ड (Voter ID Card)
  • फोटो  (Photo)
  • मोबाइल नंबर (mobile number)

Mukhyamantri Bal Aashirwad Yojana के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें

इस योजना के अंतर्गत सभी आवेदन दस्तावेजों सहित बाल आशीर्वाद पोर्टल www.balashirwadyojna.mp.gov.in पर प्राप्त किये जायेंगे। यह आवेदन प्रक्रिया निःशुल्क होगी। आफ्टर केयर अन्तर्गत आवेदन बाल देखरेख संस्थाओं के सहयोग से केयर लीवर्स के माध्यम से पोर्टल पर पंजीकरण कराया जाएगा।। 'मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना मध्य प्रदेश में तत्काल प्रभाव से लागू है।

Mukhyamantri Bal Aashirwad Yojana  के लिए यहां करें संपर्क 

इस योजना का लाभ लेने के लिए आप नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र और महिला एवं बाल विकास विभाग से संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। बता दें कि यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिखा गया है “मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना ” से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जांच करनी होगी।

उल्लेखनीय है कि कोरोना (कोविड-19) महामारी के दौरान हमारे देश ने अपना सबसे काला दौर देखा। कोरोना के प्रकोप के कारण, तमाम बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है, जिससे उनके जीवन में एक खालीपन हमेशा बना रहेगा।

हालांकि ध्यान में रखते हुए केंद्र से लेकर राज्य सरकारों ने कई योजनाएं चलाई। इससे मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना एक है जो मध्य प्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाई गई थी। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन अनाथ बच्चों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)