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AAP के INDIA को समर्थन पर अमित शाह का तीखा तंज, बोले- दिल्ली की सोचें, गठबंधन के बारे में नहीं

amit-shah-Parliament Monsoon Session: Parliament Monsoon Session: लोकसभा में गुरुवार को दिल्ली सेवा बिल को लेकर जमकर बहस हुई। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने INDIA गठबंधन और दिल्ली सरकार और पर जमकर निशाना साथा। अमित शाह ने विपक्षी गठबंधन 'INDIA' में शामिल कांग्रेस-आप सहित सभी विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि उन्हें दिल्ली सरकार के अधिकारों एवं सेवा से जुड़े विधेयक पर दिल्ली के बारे में सोचना चाहिए, गठबंधन के बारे में नहीं।

फिर पूर्ण बहुत से बनेगी मोदी सरकार

इसके साथ ही Amit Shah ने ये भी कहा कि गठबंधन से कोई फायदा नहीं है और गठबंधन के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। इसलिए गठबंधन के लिए जनता का भरोसा मत तोड़िये, जनता सब देख रही है। दिल्ली सरकार के अधिकारों और सेवा से संबंधित विधेयक - 'राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023' को गुरुवार को लोकसभा के पटल पर चर्चा और पारित करने के लिए रखते हुए अमित शाह ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, राजाजी, बाबा साहब अंबेडकर और राजेंद्र प्रसाद ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का विरोध किया था। ये भी पढ़ें..रेप कैपिटल बन गया है राजस्थान, भाजपा की महिला सांसदों ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना उन्होंने कहा कि केंद्र और दिल्ली में कांग्रेस और बीजेपी की सरकारें हैं। लेकिन, लड़ाई कभी नहीं हुई क्योंकि उस समय किसी के मन में अधिकार हड़पने की इच्छा नहीं थी। लेकिन, 2015 में दिल्ली में ऐसी पार्टी की सरकार आई, जिसका मकसद जनता की सेवा करना नहीं, बल्कि लड़ना है। उन्होंने केजरीवाल पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में समस्या ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार पाने की नहीं, बल्कि विजिलेंस विभाग पर कब्जा कर अपने लिए बनाए गए बंगले में भ्रष्टाचार का सच छुपाने की है।

देश की भलाई के लिए बनते है कानून - शाह

केजरीवाल के कहने पर अमित शाह ने इस बिल का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों से गठबंधन के बजाय दिल्ली के बारे में सोचने का आग्रह किया और कहा कि सिर्फ चुनाव जीतने और गठबंधन बनाने के लिए किसी भी दल के समर्थन या विरोध की राजनीति नहीं की जानी चाहिए। जरूरत उन्होंने कहा कि नया गठबंधन बनाने के कई तरीके होते हैं, बिल और कानून देश की भलाई के लिए लाए जाते हैं और इसलिए गठबंधन के लिए नहीं बल्कि दिल्ली की भलाई के लिए इसका समर्थन या विरोध किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल गठबंधन की खातिर दिल्ली सरकार के घोटाले-घोटाले में मदद कर रहे हैं, जिसे पूरा देश देख रहा है और चुनाव में देश इसका हिसाब देगा। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)