नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग ने बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस भेजकर जनपद के एक युवक कामरान के साथ मोहल्ले वालों द्वारा की गई मारपीट के मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। आयोग के सचिव शकील अहमद सिद्दीकी द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कामरान को मोहल्ले के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कृष्ण बताए जाने पर पीटा है। आयोग ने कहा है कि सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होने के बाद आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है।
आयोग के सचिव ने कहा है कि जिला पुलिस के जरिए की गई जांच के अलावा इस पूरे प्रकरण की क्षेत्राधिकारी स्तर के एक अधिकारी से जांच कराई जानी चाहिए। इस जांच की पूरी रिपोर्ट 13 अप्रैल, 2022 को दोपहर 3 बजे के बाद पुलिस को आयोग में उपस्थित होकर स्वयं प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
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अल्पसंख्यक आयोग ने पत्र में कहा गया है कि कामरान नामक इस युवक की बिना किसी कारण के मोहल्ले के लोगों ने निर्मम तरीके से पिटाई की गई है, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया है। उसे गंभीर चोटें भी आई हैं। आयोग के सचिव का कहना है कि इस मामले की विस्तृत जांच कराई जानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। सचिव का कहना है कि आयोग के अध्यक्ष ने उन्हें इस घटना पर आयोग की तरफ से संज्ञान लेने का निर्देश दिया है।
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