नई दिल्लीः बाहरी उत्तरी जिले के शाहबाद डेयरी इलाके में एक मन्दिर का सेवादार लालच में आकर दिल्ली से बिहार जाकर ठगी का शिकार बन गया। ठगों ने उससे 15 लाख रुपये ठग लिये। पुलिस पीड़ित के बयान पर मामला दर्ज कर जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता राजेश मालिक ने पुलिस को बताया कि वह मन्दिर में सेवादार है।
उसके मन्दिर में ही एक इंजिनियर धर्मेन्द्र भी है। जिसने पिछले साल उसको बताया था कि मन्दिर का सह ठेकेदार इन्द्रदेव बिहार में कुछ लोगों को जानता है। जो नये नोटों की गड्डी को पुराने में बदलकर सौ के तीन सौ रुपये दिया करते हैं।
ये पैसा पूरी तरह से ब्लैक मनी का होता है। वो नये नोटो का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं क्योंकि आईटी और सीबीआई छापेमारी का डर लगा रहता है। पीड़ित लालच में आ गया। धर्मेन्द्र ने बिहार में मनीष राणा से फोन पर संपर्क करवाया। 30 सितंबर को वह धर्मेन्द्र के साथ लखीमपुर गया। मनीष नामक युवक उनको रेलवे स्टेशन पर लेने आया और एक होटल में ठहराया। उसके साथ रणवीर नाम का युवक भी था। नोटों की गड्डी के सैंपल भी दिखाए। बताया गया कि रुपये लुधियाना पंजाब जा रहे हैं।
चार अक्टूबर को वह वापिस दिल्ली आ गए। 14 अक्टूबर को मनीष ने फोन पर बताया कि आप 18 को आ जाओ। वे दोबारा से उसी होटल में जाकर ठहर गए। पीड़ित 15 जबकि धर्मेन्द्र 8 लाख रुपये ले गए थे। 19 अक्टूबर को मनीष अपने साथी प्रकाश के साथ होटल में आया। उनको शिव मन्दिर के भी दर्शन करवाए। उनको बाद में एक कार में ले गए। जिसके शीशों पर सफेद रंग के परदे लगा दिये। कार एक मकान के पास आकर रुकी।
अंदर जाकर देखा, पांच छह लड़के थे। पास ही नोट गिनने वाली मशीन भी थी। रणबीर नामक युवक ने पीड़ित को बोला कि गड्डी बनाना शुरू कर दो। पांच पांच सौ रुपये की गड्डी बनानी शुरू कर दी। गुड्डू एक पेटी में नोट रख रहा था।
उनको बताया गया कि वे 23 लाख के बदले में एक करोड़ रुपये दे रहे हैं। ये रुपये गुड्डू तुमको दिल्ली में देगा, जो उनके साथ ही रेल से जाएगा। जब वे ट्रैन से जाने लगे। एक ने बोला कि धमेन्द्र की सीट पर गुड्डू को बैठा दो। उसने ऐसा ही किया। ट्रेन जब चली तो कुछ देर बाद अचानक खाकी वर्दी में कुछ लोग आए और गुड्डू की गर्दन पकड़कर उसका बैग लेकर चले गए।
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उसने मनीष को मामले की जानकारी फोन पर दी। जिसने बताया कि छापेमारी हुई है। आप दिल्ली पहुंच जाओ। हम आपके पैसे दिल्ली भेज देंगे, लेकिन दिल्ली पहुंचने के बाद मनीष ने फोन उठाना बंद कर दिया। जिसके बाद लगा कि उनके साथ ठगी हो गई है। पुलिस फोन नंबर और जगह के बारे में जानकारी लेकर जांच कर रही है।
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