श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने शनिवार को अमरनाथ यात्रा 2023 की औपचारिक शुरुआत के लिए ‘प्रथम पूजा’ में हिस्सा लिया। सिन्हा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूजा में शामिल हुए। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उपराज्यपाल ने सभी के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रार्थना की है।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) हर साल ‘ज्येष्ठ पूर्णिमा’ के अवसर पर पवित्र अमरनाथ गुफा में पहली पूजा का आयोजन करता है। उपराज्यपाल ने कहा कि दुनिया भर के लाखों श्रद्धालुओं के लिए बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा की यात्रा जीवन का सपना है। आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि तीर्थयात्रियों के आराम और देखभाल के लिए सर्वोत्तम व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे और अन्य सुविधाओं में सुधार के लिए वर्षों से समर्पित प्रयास किए गए हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की जरूरतों का ध्यान रखा जाए। हम तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं और सेवाओं के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
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सिन्हा ने एक जुलाई से शुरू हो रही तीर्थयात्रा के सफल आयोजन में स्थानीय निवासियों के अपार योगदान को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इससे आजीविका के अवसर भी बढ़ेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। एक जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा 62 दिनों तक चलेगी। यात्रा अनंतनाग जिले के पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले के बालटाल दोनों मार्गों से एक साथ शुरू होगी और 31 अगस्त को समाप्त होगी। पहली पूजा अनुष्ठान में एसएएसबी के सीईओ मनदीप कुमार भंडारी, श्राइन बोर्ड के सदस्य, एसएएसबी, सेना और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
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