कोविड-19 महामारी से एशिया व प्रशांत क्षेत्रों में कुपोषण स्थिति होगी और गंभीर

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Experts peg community participation, grassroots awareness as key drivers for malnutrition-free India.

नई दिल्लीः संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष, विश्व अनाज कार्यक्रम, विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 20 जनवरी को जारी रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 महामारी से पैदा आर्थिक असर शायद एशिया व प्रशांत क्षेत्रों में भोजन व पोषण का सुधार करने में की गयी कोशिशों को बर्बाद करेगा।

‘वर्ष 2020 एशिया व प्रशांत क्षेत्रों में अनाज सुरक्षा व पोषण स्थिति का अवलोकन : मां व शिशु और बाल के भोजन पर ध्यान देना, पोषण का सुधार व मजबूत करना’ नामक इस रिपोर्ट में यह कहा गया है कि महामारी के प्रकोप से पहले एशिया व प्रशांत क्षेत्रों में लगभग 2 अरब लोगों को स्वस्थ भोजन नहीं मिल पाते। महामारी ने क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और जन जीवन पर बड़ा झटका दिया है। फलों, सब्जियों व दूध के दाम में वृद्धि हुई। एशिया व प्रशांत क्षेत्रों में गरीबी जनसंख्या को स्वस्थ भोजन की गारंटी भी नहीं मिल सकी।

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रिपोर्ट में एशिया व प्रशांत क्षेत्रों से अनाज व्यवस्था के परिवर्तन को बढ़ावा देने, सप्लाई की वृद्धि और लोगों को पोषण व सुरक्षित व अनवरत भोजन देने को मजबूत करने की अपील की गयी। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिये रिपोर्ट में व्यापक नीति नियम लागू करने का सुझाव भी दिया गया है।