Kedarnath Landslide : बीते कुछ दिनों पहले केदारनाथ मार्ग पर हुए लैंडस्लाइड की वजह से कई श्रद्धालु फंस गये थे वहीं कुछ यात्रियों की मौत हो गई थी। वहीं इस भीषण हादसे को देखते हुए यात्रा मार्ग बंद कर दिया गया था। हालांकि, यात्रा मार्ग को ठीक करके दोबारा से चालू करा दिया गया था। वहीं अब एक बार फिर से गौरीकुंड हाईवे फिर से सोनप्रयाग के पास बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। रविवार को यहां पहाड़ी टूटने से आपदा के बाद क्षतिग्रस्त हुए हाईवे पर पैदल आवाजाही के लिए तैयार किए गए रास्ते का 50 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया। इससे सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम का संपर्क फिर कट गया है।
गौरीकुंड मार्ग पर टूटी पहाड़ी
बता दें, केदारघाटी में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। इसके चलते हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। देर शाम सोनप्रयाग से लगभग एक किलोमीटर आगे गौरीकुंड की तरफ पहाड़ी टूटने से विशालकाय पत्थर और बड़ी मात्रा में मलबा क्षतिग्रस्त हाईवे पर आ गिरा। इससे यहां बनाया गया पैदल रास्ता ध्वस्त हो गया।
भूस्खलन के कारण बढ़ी दिक्कतें
इससे पहले यहां 31 जुलाई को अतिवृष्टि के दौरान हाईवे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। इसे दुरुस्त करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम ने किसी तरह पैदल चलने लायक रास्ता बनाया था, ताकि सामान लाने-ले जाने के साथ ही श्रमिक आवाजाही कर सकें। इस रास्ते से सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच पैदल यात्रा व घोड़ा-खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई थी। अब प्रशासन हाईवे को सुचारु करने की तैयारी में था, लेकिन भूस्खलन से पैदल आवाजाही भी बंद हो गई।
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Kedarnath Landslide
बता दें, राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम एक बार फिर पैदल रास्ता तैयार करने में जुट गई है। वहीं जानकारी देते हुए लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने बताया कि, मार्ग सुचारु करने के लिए श्रमिक और मशीन लगाकर मार्ग को जल्द से जल्द ठीक किया जा रहा है। लेकिन, पहाड़ी से निरंतर गिर रहा मलबा और पत्थर परेशानी खड़ी कर रहे हैं।