Jharkhand News, देवघर: झारखंड में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां देवघर के सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के डोंडिया-पीपरडांगा गांव में शुक्रवार को गांव के तीन बच्चों के शव तालाब से बरामद किए गए। तालाब में परिवार के तीन बच्चों के शव मिलने के बाद गांव में सनसनी फैल गई।
तीन बच्चों की हत्या पर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश
परिवार ने गांव के ही कुछ लोगों पर बच्चों की हत्या कर उनके शव तालाब में फेंकने का आरोप लगाया है। इसको लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा है। इस घटना के विरोध में सैकड़ों लोग प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं। दूसरी ओर सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के गुस्से और विरोध का सामना करना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार तीनों बच्चे पीपरडांगा गांव निवासी बासुदेव यादव और हरिकिशोर यादव के परिवार के थे। ये बच्चे गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे खेलने के लिए निकले थे। इसके बाद से ही वे लापता हो गए। गुरुवार की शाम तक कई जगहों पर उनकी तलाश की गई और इसके बाद थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। शुक्रवार को भी कई जगहों पर उनकी तलाश की गई। संदेह के आधार पर गांव के तालाब में गोताखोरों को भेजा गया तो तीनों बच्चों के शव बरामद हुए।
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परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
हरि किशोर यादव का कहना है कि गांव के विनोद, रीतलाल, मनोज, नवल और शंभू ने जमीन विवाद को लेकर आपसी रंजिश के चलते पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। एक सप्ताह पहले भी इसी बात को लेकर मारपीट हुई थी और इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। शुक्रवार को गांव पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने घेर लिया और नारेबाजी की।
बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
लोगों का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो आज तीनों बच्चे जिंदा होते। बाद में डीएसपी ऋतिक श्रीवास्तव और कई थानों की पुलिस पहुंची, लेकिन आक्रोशित लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। शुक्रवार दोपहर दो बजे तक बच्चों के शव गांव में पड़े रहे। लोगों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक शव नहीं उठेंगे। बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।