रांची (Jharkhand): झारखंड हाई कोर्ट ने मंगलवार को धनबाद जेल में हिस्ट्रीशीटर अमन सिंह की हत्या के मामले में सुनवाई करते हुए मौखिक रूप से कहा कि यह घटना एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है। जेल में हथियार मिलना और हत्या करना गंभीर मामला है।
बता दें कि रविवार को धनबाद जेल के अंदर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अमन सिंह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या मामले में 2021 से इस जेल में बंद था। सोमवार को कोर्ट ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जेल आईजी को वर्चुअली उपस्थित होकर जवाब देने को कहा था। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन चीफ जस्टिस संजय मिश्र की अध्यक्षता वाली बेंच में हुई सुनवाई के दौरान राज्य के जेल आईजी उमाशंकर सिंह ने बताया कि इस मामले में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, अपर समाहर्ता एवं सिटी एसपी की तीन सदस्यीय टीम जेल में सुरक्षा की हुई चूक की जांच कर रही है। इसके अलावा सीआईडी के आईजी भी जांच कर रहे हैं।
जेल से दो पिस्तौल और 6 मोबाइल फोन बरामद
हाई कोर्ट को बताया गया कि जेल से दो पिस्तौल और 6 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। गोली चलाने वाले की पहचान कर ली गई है। इस मामले में चार प्राथमिकी दर्ज की गयी है और मुख्य आरोपी सुंदर महतो को रिमांड पर लिया गया है। घटना को लेकर धनबाद के जेलर समेत सात कक्षपालों को निलंबित कर दिया गया है। यह भी बताया गया कि 23 कैदियों को राज्य की दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जाएगा।
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12 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई
कोर्ट ने महाधिवक्ता राजीव रंजन से पूछा कि इस मामले में बड़ी साजिश और राजनीतिक एंगल को देखते हुए क्या राज्य सरकार एसआईटी बनाने पर विचार कर सकती है या नहीं? अगली सुनवाई में इस पर सरकार की राय कोर्ट को बताएं। कोर्ट ने मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट भी पेश करने को कहा। मामले की अगली सुनवाई 12 दिसंबर को तय की गई है।
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