नई दिल्लीः केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को नक्सल विरोधी अभियान में एक बार फिर बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। CRPF की कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस के संयुक्त अभियान में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेरते हुए झारखंड के लातेहार में भारी मात्रा में नक्सलियों के हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं। CRPF के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर झारखंड के लातेहार के नवाटोली के वन क्षेत्र जोकपानी में सीआरपीएफ की 209 कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया।
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इस ऑपेरशन के दौरान नक्सलियों के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किए गए। जानकारी के मुताबिक बरामद किए गए सामान में 5.56 इंसास एलएमजी, दो 7.62 एसएलआर राइफल, एक 5.56 इंसास राइफल, 13 मिश्रित मैगजीन और 470 मिश्रित राउंड गोलियां शामिल हैं। गौरतलब है कि बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में सुरक्षा बलों ने नक्सल गतिविधियों पर काफी हद तक काबू पा लिया है। यही वजह है, नक्सली अपना गढ़ छोड़कर भागने पर मजबूर हैं।
चाईबासा में नक्सलियों के बारूदी सुरंग विस्फोट में तीन जवान घायल
वहीं झारखंड के चाईबासा में नक्सलियों ने एक बार फिर लैंडमाइन का विस्फोट किया है। इसमें सुरक्षा बलों के तीन जवान बुरी तरह जख्मी हो गए हैं। पिछले 22 दिनों के अंदर नक्सलियों द्वारा लैंडमाइन विस्फोट की सात घटनाएं अंजाम दी गई हैं, जिसमें 15 जवान और ग्रामीण घायल हुए हैं। गुरुवार को जिले के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के मेरालगढ़ा इलाके में सुरक्षा बलों के जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे, तभी जमीन के नीचे बिछाए गए आईईडी का जोरदार विस्फोट हुआ। इसकी चपेट में आकर घायल हुए तीनों जवानों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया है। उन्हें इलाज के लिए रांची के मेडिका हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। घायलों में राकेश पाठक, बीडी अनल और पंकज यादव शामिल हैं।
बता दें कि इसके पहले 25 जनवरी को चाईबासा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन के दौरान CRPF की 197 बटालियन के सबइंस्पेक्टर अंसार अली घायल हो गए थे। उनका इलाज अब भी चल रहा है। 24 जनवरी को चाईबासा के गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटंबा-करुकुटिया गांव के रास्ते में पैदल बाजार जा रहा एक 18 वर्षीय ग्रामीण माटा अंगारिया लैंड माइन्स विस्फोट की चपेट में आकर जख्मी हो गया था। 11 जनवरी को टोंटो थाना क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किए गए लैंडमाइन विस्फोट में छह जवान घायल हुए थे। 12 जनवरी को भी इसी इलाके में एक और विस्फोट हुआ, जिसमें तीन जवान जख्मी हुए थे। 13 जनवरी और 20 जनवरी को भी बारूदी सुरंग विस्फोट की घटनाएं हुईं।
पूरे कोल्हान प्रमंडल में पिछले कुछ महीनों से झारखंड पुलिस के अलावा सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुआर सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ऑपरेशन चला रही है। पुलिस को रोकने के लिए नक्सलियों ने टोंटो, मुफस्सिल और गोइलकेरा थाना क्षेत्र के जंगलों में प्राय: सभी रास्तों में जमीन के नीचे बारूदी सुरंगें बिछा रखी हैं।
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