नई दिल्लीः केरल के त्रिशूर की भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ, कंटेनर जहाज एमएससी एरीज़ के भारतीय चालक दल के सदस्यों में से एक, गुरुवार दोपहर कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित घर लौट आईं।
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने किया स्वागत
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी सरकार के ठोस प्रयासों से यह संभव हो पाया है। भारतीय मिशन और ईरानी सरकार के ठोस प्रयासों के कारण, केरल के त्रिशूर की रहने वाली भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ वापस लौटने में सक्षम हो गई हैं। वह कंटेनर जहाज एमएससी एरीज़ के भारतीय चालक दल के सदस्यों के साथ फंसी हुई थी। यह दोपहर में कोच्चि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरा। कोच्चि एयरपोर्ट पर क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने उनका स्वागत किया।
विदेश मंत्री ने मोदी की गारंटी से जोड़ा
भारतीय मिशन एमएससी एरीज़ के शेष चालक दल के सदस्यों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए ईरानी अधिकारियों के साथ भी संपर्क में है। इससे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस मामले पर अपने ईरानी समकक्ष विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियां से बात की थी।
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गौरतलब है कि ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के कारण वाणिज्यिक जहाज एमएससी एरीज़ पर ईरान ने कब्जा कर लिया था। इसमें 17 क्रू मेंबर्स भारतीय हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने महिला सदस्य की वापसी को मोदी की गारंटी से जोड़ा है। उन्होंने कहा है कि देश हो या विदेश हर जगह मोदी की गारंटी चलती है।