नई दिल्लीः राजस्व में बढ़ोत्तरी के लिये रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए अब भारतीय रेल, रेलवे स्टेशनों पर फुट-ओवर ब्रिजों, प्लेटफॉर्मों, प्रतीक्षालयों और कॉनकोर्सों पर डिस्प्ले स्क्रीन लगाएगी, जिसे रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क (आरडीएन) कहा जाता है। रेलटेल भारतीय रेलवे के लिए आरडीएन परियोजना को क्रियान्वित कर रहा है और इस उद्देश्य के लिए रेलवे की ओर से निविदा जारी की गयी है। आरडीएन परियोजना के अंतर्गत करीब 2000 स्टेशनों पर लगभग 65,000 डिस्प्ले स्क्रीन लगाए जाएंगे।
प्रदर्शित की जाने वाली सूचना में ट्रेन के आगमन, प्रस्थान, ट्रेन रनिंग स्थिति, प्लेटफॉर्म, यात्री सुविधाओं, यात्रियों की सुरक्षा, आपातकालीन संदेश और आपदा प्रबंधन से संबंधित संदेश, यात्रियों के लिए सूचना, मनोरंजन और सामाजिक संदेश आदि से संबंधित जानकारी शामिल होगी।
सात हजार से अधिक रेलवे स्टेशनों से भारतीय रेलवे द्वारा प्रतिदिन 22 मिलियन यात्रियों का आवागमन हो रहा है। रेलवे स्टेशनों पर बहुत बड़ी संख्या में यात्री आते हैं इसलिए स्क्रीनों पर विज्ञापन प्रदर्शित कर भारतीय रेलवे के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने का एक महत्वपूर्ण अवसर तलाश रही है।
रेलटेल सीएमडी, पुनीत चावला के अनुसार आरडीएन रेल यात्रियों की यात्रा के सभी पहलुओं से संबंधित एकीकृत और व्यापक जानकारी की आवश्यकता को पूरा करेगा और साथ ही भारतीय रेलों के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने में भी सहयोग करेगा। इससे पहले रेलवे ने अतिरिक्त राजस्व के उद्देश्य से मेट्रो की तर्ज पर ट्रेनों के ऊपर कॉमर्शियल पोस्ट लगाने का निर्णय लिया था। जिसके तहत रेलवे ने फिल्म के प्रमोशन के पोस्टर लगाने की भी शुरूआत कर दी है। दक्षिणी रेलवे की ट्रेनों पर इन दिनों कमल हसन की फिल्म विक्रम का पोस्टर देखा जा सकता है।
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