श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (omar abdullah) ने बुधवार को कहा कि भारत और इंडिया दोनों संविधान का हिस्सा हैं और लोगों को इनमें से किसी एक का इस्तेमाल करने का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार विपक्षी गठबंधन के चलते इंडिया का नाम बदलकर भारत करना चाहती है तो देश पर हर चीज का नाम बदलने का बोझ डालने की बजाय हम गठबंधन का नाम बदल देंगे। पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दोनों नामों का इस्तेमाल करते हैं और दोनों ही संविधान में हैं।
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हम गठबंधन का नाम बदल देंगे
व्यक्तियों को किसी का भी उपयोग करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए। दोनों संविधान में होने चाहिए। उन्होंने पूछा, क्या आप भारतीय स्टेट बैंक, आईआईटी और आईआईएम के नाम भी बदल देंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमें यह संकेत मिले कि वे इंडिया का नाम बदलकर भारत कर रहे हैं क्योंकि गठबंधन इसका इस्तेमाल कर रहा है तो हम गठबंधन का नाम बदल देंगे। हम देश का खर्च बढ़ाना नहीं चाहते; हम इसे कम करने के लिए यहां हैं। एक राष्ट्र, एक चुनाव प्रस्ताव पर अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक इसका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को सरल बनाना है, तब तक उन्हें इससे कोई समस्या नहीं है, लेकिन अगर इसका उद्देश्य क्षेत्रीय दलों को कमजोर करना है तो वह इसकी अनुमति नहीं देंगे।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को कहा था कि भारत नाम हमारे पूर्वजों ने दिया था। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री कहकर संबोधित किया गया है। जिसके बाद बुधवार को उमर अब्दुल्ला (omar abdullah) का यह बयान आया है।
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