टेक

आने वाले वर्षों में भारत AI के क्षेत्र में करेगा तेजी से विस्तार, पढ़ें पूरी खबर

blog_image_6625241f8c042

नई दिल्ली: एशिया-प्रशांत क्षेत्र में जेनरेटिव एआई (जेनएआई) को अपनाना जारी है, भारत आने वाले वर्षों में सबसे तेजी से विस्तार करने वाले बाजारों में से एक बनने के लिए तैयार है। IDC की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में AI-केंद्रित प्रणालियों के लिए सॉफ्टवेयर, सेवाओं व हार्डवेयर सहित GenAI  अपनाने में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है।

2027 तक एशिया-प्रशांत में क्या होगी एआई की स्थिति?

इस अवधि के लिए 95.4 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) के साथ, इस क्षेत्र में जेनएआई खर्च 2027 तक बढ़कर 26 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह उछाल AI नवाचार व तकनीकी प्रगति की अगली लहर को चलाने में क्षेत्र की अहम भूमिका को रेखांकित करता है।  IDC एपीजे में बिग डेटा और एआई की अनुसंधान प्रमुख दीपिका गिरी ने कहा कि जेनएआई में निवेश अगले दो वर्षों के भीतर चरम पर होगा, जिसके बाद स्थिरीकरण की अवधि आएगी।

यह भी पढ़ें-12 हजार से कम कीमत में Realme ला रहा Narzo 70X, दमदार फीचर्स से है लैस

आने वाले वर्षों में भारत करेंगा सबसे तेजी से विस्तार

गिरि ने कहा कि चीन को GenAI के लिए अग्रणी मार्केट के तौर पर अपनी स्थिति बनाए रखने का अनुमान है, जबकि जापान व भारत आने वाले वर्षों में सबसे तेजी से विस्तार करने वाले बाजार बनने के लिए तैयार हैं।" सॉफ्टवेयर विकास से लेकर ग्राहक सेवा तक, GenAI उद्योगों में क्रांति ला रहा है, इस क्षेत्र में नवाचार के एक नए युग की शुरुआत कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय सेवा क्षेत्र एशिया में GenAI अपनाने में तेजी से वृद्धि का अनुभव कर रहा है - 96.7 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ 2027 तक 4.3 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। 2027 तक एशिया-प्रशांत में क्या होगी एआई की स्थिति?

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)