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गृह मंत्री अमित शाह बोले- जब तक मोदी सरकार है, भारत की एक इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता

अमित शाह

नई दिल्लीः भारत-चीन के सैनिकों के बीच तवांग में 9 दिसम्बर को हुई हिंसक झड़प के बाद मामला काफी गरमा गया है। अब संसद में भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह कांग्रेस पर हमलावर दिखे। शाह ये दावा किया कि मोदी सरकार में कोई भी भारत की एक इंच जमीन को भी कब्जे में लेने की हिमाकत नहीं कर सकता है।

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शाह ने की भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत-चीन सीमा पर भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ करते हुए कहा है कि 8 और 9 दिसम्बर को भारत की सेना ने चीन के एक-एक सैनिकों को बाहर खदेड़ दिया। अमित शाह ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि यह भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार है और जब तक नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में है तब तक भारत की एक इंच जमीन कोई हड़प नहीं सकता। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ''जिस वक्त गलवान में हमारे जवान चीनी सेना के साथ भिड़ रहे थे तब कांग्रेस के लोग चीनी नेताओं के साथ मिल रहे थे।

अमित शाह ने आगे कहा, ''2011 में कांग्रेस सरकार ने चीन की धमकी के बाद बॉर्डर पर देमचौक में रोड और आधारभूत ढांचे का निर्माण रोक दिया था। कांग्रेस के समय ही हजारों किलोमीटर जमीन हमसे हड़प ली गई। जब तक मोदी सरकार है, एक इंच भी भारत की जमीन कोई कब्जे में नहीं ले सकता है।''

गौरतलब है कि चीन बार-बार 17 हजार फुट ऊंची चोटी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि चोटी पर भारत का मजबूत नियंत्रण है। अरुणाचल प्रदेश में 9 दिसम्बर की झड़प के बाद भारतीय और चीनी दोनों सेनाओं के एरिया कमांडरों ने फ्लैग मीटिंग की। दोनों पक्ष भी तुरंत इलाके से हट गए। दोनों सेनाओं के एरिया कमांडरों ने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए चर्चा की। मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय आपात बैठक में सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और एनएसए अजीत डोभाल शामिल हुए।

झटप में कई सैनिक घायल

दरअसल 9 दिसम्बर को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में तवांग से लगभग 35 किमी उत्तर-पूर्व में यांग्त्से में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के खंड के साथ पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के लगभग 300 सैनिक तवांग में एलएसी के करीब आ गए थे। इसके परिणामस्वरूप भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई। एक सूत्र ने बताया कि भारतीय और चीनी सैनिकों को चोटें आई हैं और घायलों में से छह को गुवाहाटी के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन किसी के शहीद होने की खबर नहीं है।

भारत-अमेरिकी संयुक्त सैन्य अभ्यास पर बौखलाया चीन

सूत्रों के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में चीन ने उत्तराखंड के औली में भारत-अमेरिकी संयुक्त सैन्य अभ्यास पर भी आपत्ति जताई थी। हालांकि भारत ने उत्तराखंड के औली में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास संयुक्त अभ्यास पर चीन की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा कि किसी तीसरे देश को मामले में हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।

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