नई दिल्लीः नगालैंड में सुरक्षाबलों की फायरिंग में करीब 11 लोगों की मौत हो गई। यह घटना मोन जिले (Mon District) के तिरू गांव में तब हुई जब सुरक्षाबलों ने इन लोगों को कथित तौर पर NSCN का संदिग्ध उग्रवादी समझा कर गोलीबारी शुरू कर दी। जिसमें 11 आग नागिरकों की मौत हो गई। इस गोलीबारी के बाद से ही इलाके की स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों के सुरक्षाबलों के कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना की हर तरफ निंदा हो रही है।
ये भी पढ़ें..नागालैंड: सुरक्षाबलों की फायरिंग में 11 लोगों की मौत, इलाके में तनाव, CM ने दिए जांच के आदेश
गृह मंत्री अमित शाह ने की निंदा
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में ‘गलत पहचान’ के मामले में करीब एक दर्जन ग्रामीणों की हत्या की निंदा की। दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर उन्होंने कहा, “मैं उन लोगों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।” शाह ने कहा कि राज्य सरकार ने एक उच्च स्तरीय विशेष जांच दल का गठन किया है और वह शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस घटना की गहन जांच करेगी। इस घटना में सुरक्षा बल का एक जवान भी शहीद हो गया है।
मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने की शांति बनाए रखने की अपील
इस बीच नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने शांति की अपील की। उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की भी निंदा की। उन्होंने कहा, शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने उच्च स्तरीय एसआईटी जांच की बात कही और सभी से देश के कानून पर भरोसा रखने को कहा। सभी वर्गों से शांति की अपील की। प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए तिरु-ओटिंग रोड पर घात लगाने की योजना बनाई थी, लेकिन ग्रामीणों को विद्रोही समझ लिया। गलत पहचान के मामले में गोलीबारी में ग्रामीणों की मौत हो गई, स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों को घेर लिया, जिन्होंने फिर से आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)