नागालैंड: सुरक्षाबलों की फायरिंग में 11 लोगों की मौत, इलाके में तनाव, CM ने दिए जांच के आदेश

फायरिंग

कोहिमाः नगालैंड में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में करीब 11 आम नागरिकों की मौत की खबर सामने आ रही है। यह घटना मोन जिले (Mon District) के तिरू गांव में तब हुई जब सुरक्षाबलों ने इन लोगों को कथित तौर पर NSCN का संदिग्‍ध उग्रवादी समझा कर फायरिंग कर दी। जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई। उधर गोलीबारी के बाद से ही इलाके की स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने पूरे मामले पर उच्चस्तरीय जांच का वादा किया और शांति की अपील की है।

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लोगों के शव देख भड़के ग्रामीण, गाड़ियों में लगाई आग

सूत्रों की माने तो यह घटना तब हुआ जब कई ग्रमीण एक पिक-अप ट्रक से अपने घर लौट रहे थे। वहीं लोगों के शव को देखकर आक्रोशित ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। आग लगने के कारण कई लोग घायल भी हुए। हालांकि प्रशासन की तरफ से अब नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने पूरे मामले पर उच्चस्तरीय जांच का वादा किया है साथ ही लोगों से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।

बताया जा रहा है कि गोलीबारी की इस घटना के बाद स्‍थानीय लोग घरों से बाहर निकल आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। उनका कहना है कि ये सभी मृतक निर्दोष थे। वे पास की कोयला खदान से घर वापस आ रहे थे। जानकारी के अनुसार घटना से नाराज लोगों ने सुरक्षा बलों के कुछ वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान सुरक्षा बलों ने भीड़ को काबू करने के लिए फायरिंग की, जिसमें कुछ और लोगों को गोली लगने की बात सामने आ रही है।

सीएम ने द्वीट कर जताया दुख

इस घटना के बाद नागालैंड के सीएम ने रविवार सुबह ही इस घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “मोन के ओटिंग गांव में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और मैं इसकी अत्यंत निंदा करता हूं। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि मेरी कामना है कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। वहीं उन्होंने कहा था कि उच्चस्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और कानून के अनुसार न्याय होगा। सभी वर्गों से शांति की अपील करता हूं।”

असम राइफल्‍स ने जारी किया बयान,दोषियों पर होगी कार्रवाई

इस वहीं घटना के बाद असम राइफल्‍स की ओर से भी आधिकारिक बयान जारी हुआ है। इसमें कहा गया है कि नागालैंड के मोन जिले के तिरू गांव में उग्रवादियों की आवाजाही का विश्‍वसनीय तौर पर खुफिया इनपुट मिला था। इसके आधार पर खास ऑपरेशन चलाए जाने की योजना तय हुई थी। मौत के मामले की जांच उच्‍च स्‍तर पर कोर्ट ऑफ इंक्‍वायरी के जरिये होगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। असम राइफल्‍स ने कहा है कि उग्रवादियों के खिलाफ इस अभियान के दौरान हुई घटना में सुरक्षाबल के कई जवान भी घायल हुए हैं। इनमें से एक जवान शहीद भी हुआ है। यह घटना और उसके बाद का घटनाक्रम दुखदायी है।

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