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Holi 2024: महाकाल के दरबार में सबसे पहले खेली जाएगी होली, CM यादव ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं

Holi 2024 , उज्जैनः देशभर में होली का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है। परंपरा के अनुसार आज (रविवार) फाल्गुन पूर्णिमा पर देश में पहली बार विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर उज्जैन में होलिका दहन किया जाएगा। वहीं, सोमवार को देश में पहली बार महाकाल मंदिर में धुलेंडी का त्योहार भी मनाया जाएगा। इस मौके पर एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को होलिका दहन एवं धुलेंडी पर्व की शुभकामनाएं दी है।

7.30 बजे किया जाएगा होलिका दहन

दरअसल, देश में सभी त्योहारों की शुरुआत भगवान महाकालेश्वर के मंदिर से ही होती है। यहां सभी त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं और यह परंपरा सालों से चली आ रही है। भगवान महाकाल तो कालों के भी काल हैं, इसलिए भगवान महाकाल के आंगन में उत्सव मनाते समय कोई शुभ मुहुर्त नहीं देखा जाता। जब भगवान के दरबार में त्योहार शुरू होता है, तो सभी काल चौघड़िया शुभ हो जाते हैं। इस बार भी आज फाल्गुन पूर्णिमा पर शाम 7.30 बजे महाकालेश्वर मंदिर में होलिका दहन किया जाएगा और अगले दिन सोमवार 25 मार्च को धुलेंडी पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सुबह 4 बजे अवंतिकानाथ भस्म आरती में भक्तों के साथ हर्बल गुलाल से होली खेलेंगे। । वहीं, 26 मार्च से गर्मी की शुरुआत को देखते हुए भगवान को ठंडे जल से स्नान कराने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। प्रतिदिन होने वाली पांच में से तीन आरतियों का समय भी बदल जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी भगवान महाकाल के मंदिर में होली का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। ये भी पढ़ें..देश में सबसे पहले महाकाल के आंगन होगी होलिका दहन, बदलेगा आरती का समय आज शाम श्री ओंकारेश्वर मंदिर के सामने मंदिर परिसर में होली मनाई जाएगी और भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद पुजारी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ होलिका का पूजन करेंगे। पुजारी परिवार की महिलाओं द्वारा भी होलिका का पूजन किया जाएगा। इसके बाद होलिका दहन किया जाएगा। फिर फाग उत्सव मनाया जाएगा। अगले दिन सोमवार को धुलेंडी पर भस्म आरती के साथ रंगोत्सव मनाया जाएगा। पुजारी-पुरोहित और श्रद्धालु भगवान महाकाल के साथ होली खेलेंगे।

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम के अनुसार, इस बार फाल्गुन पूर्णिमा तिथि रविवार प्रातः 9.57 से प्रारंभ हो रही है, जो 25 मार्च 2024 सोमवार को दोपहर 12.30 तक रहेगी। 25 मार्च 2024 को धुलंडी रहेगी, होलिका का पूजन रविवार को करना शुभ है। रविवार को प्रातः 9.57 से भद्रा रहेगी, जो रविवार रात्रि 11.13 तक रहेगी। भद्रा के बाद होलिका का पूजन एवं दहन करना संपूर्ण विश्व के लिए शुभ रहेगा। भद्रा रहित होलिका दहन करने की शास्त्र आज्ञा देता है। अतः रात्रि 11.13 के बाद ही होलिका का पूजन करें।

बाबा महाकाल का हुआ दिव्य श्रृंगार

रविवार सुबह 4 बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया। भगवान महाकाल का दिव्य शृंगार किया गया। महाकाल को भस्म चढ़ाई गई। भगवान महाकाल ने चांदी का शेषनाग का मुकुट, चांदी का मुंडमाल, रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित फूलों से बनी माला धारण की। फल और मिठाइयां अर्पित कीं। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भस्म आरती के दर्शन कर पुण्य का लाभ उठाया। लोगों ने नंदी महाराज के दर्शन किए और उनके कान के पास जाकर उनसे अपनी मनोकामना पूरी करने का आशीर्वाद मांगा। भक्तों ने बाबा महाकाल के जयकारे भी लगाए। इस दौरान पूरा मंदिर बाबा के जयकारे से गूंज उठा। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)