शिमला: हिमाचल प्रदेश राजभवन (Himachal Pradesh Raj Bhavan) की ऐतिहासिक धरोहर इमारत को अब जनता भी देख सकेगी। सप्ताह के आखिरी दो दिन लोग राजभवन में प्रवेश कर सकते हैं। हालांकि स्कूली बच्चों के अलावा अन्य लोगों को राजभवन में प्रवेश के लिए पैसे खर्च करने होंगे। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश राजभवन को औपचारिक रूप से आम जनता को समर्पित कर दिया।
इस अवसर पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला भी उपस्थित थीं। हिमाचल प्रदेश राजभवन (Himachal Pradesh Raj Bhavan) आम जनता के लिए प्रत्येक शनिवार और रविवार को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहेगा। राज्यपाल ने कहा कि बार्न्स कोर्ट, जो अब राजभवन है, 1832 में निर्मित ब्रिटिश काल की एक विरासत इमारत है। इसके निर्माण में भारतीय कुशल कारीगरों का महत्वपूर्ण योगदान है। इस इमारत का विशेष महत्व है क्योंकि यह कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रही है। यह भवन केवल राजकीय महत्व के कार्यक्रमों तक ही सीमित न रहे, इसी सोच के साथ उन्होंने अमृतकाल में इसे आम लोगों के लिए खोल दिया है ताकि वे भी इस ऐतिहासिक भवन का अवलोकन कर सकें और इसके इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
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प्रवेश के लिए इतना पड़ेगा शुल्क
राजभवन (Himachal Pradesh Raj Bhavan) के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य के स्कूली छात्रों और दस वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिए राजभवन में प्रवेश निःशुल्क होगा, जिसके लिए उन्हें प्रवेश के समय अपना वैध पहचान पत्र दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्रों, राज्य और बाहरी राज्यों के आगंतुकों को राजभवन में प्रवेश के लिए 30 रुपये का शुल्क देना होगा। विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 60 रुपये होगा। दिव्यांग व्यक्तियों और राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार विजेताओं के लिए प्रवेश निःशुल्क होगा।
दिखाई जाएगी लघु फिल्म
पर्यटकों को प्रवेश शुल्क के अंतर्गत 6 फोटोग्राफ एवं राजभवन ब्रोशर की सॉफ्ट कॉपी निःशुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। प्रवक्ता ने बताया कि राजभवन में प्रवेश से पहले आगंतुकों को बार्न्स कोर्ट के ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व का वर्णन करने वाली एक लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी। राजभवन (Himachal Pradesh Raj Bhavan) में एक समय में किसी भी समूह से 15 व्यक्ति प्रवेश कर सकेंगे तथा समूह में 30 विद्यार्थी शामिल होंगे।
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