Gyanvapi Survey: इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर ज्ञानवापी परिसर में सुरक्षा की अभेद्य किलेबंदी के बीच मंगलवार को लगातार पांचवें दिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम का सर्वेक्षण कार्य शुरू हो गया है। सर्वे के लिए निर्धारित समय सुबह आठ बजे एएसआई की टीम ज्ञानवापी पहुंची। माना जा रहा है कि व्यासजी के तहखाने के साथ गुंबद का भी सर्वे होगा।
सूत्रों के मुताबिक पांचवें दिन एएसआई की टीम व्यास जी के तहखाने के मलबे की जांच करेगी, साथ ही गुंबदों पर बनी कलाकृतियों की कार्बन कॉपी, परिसर में मिली दरारें, बने कलश नक्काशी की स्कैनिंग भी करेगी। गुंबदों की दो सीढ़ियों, गुंबद आदि के पास दोपहर के भोजन और प्रार्थना के लिए दोपहर 12.30 बजे सर्वेक्षण बंद कर दिया जाएगा। दोपहर 2.30 बजे से दोबारा सर्वे शुरू होगा और शाम 5 बजे तक चलेगा।
ये भी पढ़ें..अब दूसरे अस्पतालों को भी मिलेगी मदर मिल्क बैंक की सुविधा
इससे पहले एएसआई की टीम ने पश्चिमी दीवार का सर्वे किया था। साक्ष्य के तौर पर दीवार पर बने निशान, रंगाई-पुताई में प्रयुक्त सामग्री, ईंट-पत्थर के टुकड़े तथा दीवार बनाने में प्रयुक्त सामग्री के नमूने एकत्र करें। मिट्टी के नमूने भी लिए गए। इससे निर्माण की अवधि, आयु आदि की जानकारी मिल सकेगी।
ASI की 58 सदस्यीय टीम जांच में लगी
सूत्रों ने बताया कि एएसआई की टीम ने ज्ञानवापी (Gyanvapi Survey) की प्रारंभिक संरचना और गुंबदों के निर्माण के बारे में जानकारी ली है। गुंबदों की 3डी मैपिंग की गई। कंगारुओं (गुंबद का ऊपरी भाग) की प्राचीनता का अध्ययन किया गया। दीवार और गुम्बद के बीच निर्माण में कोई समानता नहीं है। इसकी 3डी मैपिंग, फोटो और वीडियोग्राफी की गई। एएसआई की 58 सदस्यीय टीम चार अलग-अलग टीमों में बंटकर सर्वे कार्य में जुटी है।
माना जा रहा है कि बुधवार से ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) तकनीक से सर्वे शुरू हो सकता है। इसके लिए आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों की टीम मंगलवार रात तक वाराणसी पहुंच सकती है। वहीं, सर्वे से जुड़ी जानकारी साझा करने को लेकर जिला प्रशासन का रवैया सख्त है। अधिकारियों ने कहा है कि मामला अदालत में विचाराधीन है। गोपनीय रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी जानी है। ऐसे में किसी भी तरह की बयानबाजी से बचना होगा।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)