नई दिल्लीः सभी को कोरोना वैक्सीन दिए जाने की अनिवार्यता को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ‘स्पीकअप फॉर वैक्सीन्स फॉर ऑल’ अभियान शुरू किया है। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि वे अपने हक के लिए आवाज उठाएं और स्वास्थ्य सुरक्षा के अधिकार के तौर पर टीका लगावाएं। उन्होंने कहा कि 385 दिन के बाद भी देश कोरोना से लड़ाई नहीं जीत सका है, ऐसे में उत्सव और ताली-थाली से आगे बढ़ते हुए सरकार का जोर हर किसी को टीका लगवाने पर होना चाहिए। साथ ही उन्होंने आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के लोगों के हाथों में नकद दिए जाने की भी मांग की।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को कांग्रेस द्वारा सोशल प्लेटफॉर्म पर चलाए गए अभियान के तहत वीडियो संदेश जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि कोरोना की लड़ाई 18 दिन में जीती जाएगी, फिर आपने घंटी और थाली बजवाई। यहां तक कि मोबाइल फोन की लाइट भी जलवा दी.. लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ता ही रहा। उन्होंने कहा कि अब जब कोरोना की दूसरी लहर चल पड़ी है और तेजी से लोगों को संक्रमित कर रही है तो फिर सरकार को इवेंटबाजी बंद करने के साथ सभी जरूरतमंद को टीका लगाने की अनुमति देना चाहिए।
राहुल गांधी आगे कहा कि केंद्र की नजर में देशवासियों की जान से ज्यादा सरकार की छवि बनानी ज्यादा महत्वपूर्व है, तभी तो देश में टीके की कमी के बावजूद वैक्सीन दूसरे देश भेजे जा रहे हैं। वर्तमान की स्थिति में आवश्यक है कि सरकार तत्काल तौर पर टीके का निर्यात रोके। उन्होंन कहा कि भले ही भारत के पास वैक्सीन की दौड़ में आगे होने का लाभ था, फिर भी देश वैक्सीनेशन प्रक्रिया में बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। पिछले तीन कुल जनसंख्या अनुपात के सिर्फ एक फीसदी को ही टीके ही दोनों डोज लग सकी है।
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इस दौरान राहुल गांधी ने आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के लोगों के हाथों में नकद दिए जाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के देखते हुए हालात एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हो रहे हैं। ऐसे में समय रहते ही लोगों को आर्थिक मदद मिलनी चाहिए।