पेरिसः फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में वर्तमान राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और उनको चुनौती देने वाले मरीन ली पेन के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिल रही है। रविवार को होने वाले चुनाव के लिए दोनों उम्मीदवार बुधवार शाम बहस के लिए आमने-सामने होंगे।
मतदाता सर्वेक्षणों में मैक्रॉन से पीछे चल रहे ली पेन के लिए यह मतदाताओं को मनाने का एक मौका है कि उनके पास राष्ट्रपति बनने का कद है और उन्हें सत्ता में दूर रहने के कारण डरना नहीं चाहिए। मैक्रॉन के लिए, संभवतः जनमत सर्वेक्षणों में अपनी बढ़ती बढ़त को बनाए रखने के लिए सबसे बड़ी चुनौती को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
बहस के लिए टीवी मुख्यालय पहुंचने पर ली पेन ने कहा कि वह रिलेक्स हैं, जबकि मैक्रोन ने कहा कि वह बहस के लिए स्वयं को केंद्रित कर रहे हैं। इस बहस में दोनों नेताओं को फ्रांस के लिए अपने विचारों को समझाने की अनुमति होगी।
इन दोनों नेताओं का मतदाताओं के लिए चुनाव करना दो विरोधी दृष्टिकोण में से एक का चुनाव करने जैसा है। मैक्रॉन एक यूरोपीय समर्थक, उदार मंच की वकालत करते हैं वहीं ली पेन का घोषणापत्र राष्ट्रवादी और गहरे यूरोसेप्टिसिज्म पर आधारित है।
जानकारी के मुताबिक 14 फीसदी मतदाता यह तय करने के लिए बहस का इंतजार कर रहे हैं कि किसे वोट देना है, जबकि 12 फीसदी का कहना है कि यह निर्णायक होगा कि क्या वे वोट देंगे।
मतदाता जोसेफ लोम्बार्ड ने पेरिस में कहा कि मैं यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि क्या होता है। दोनों पक्षों के सूत्रों ने कहा कि वे एक शांत बहस चाहते हैं। मैक्रॉन के करीबी सूत्र जो बहस की तैयारियों से अवगत थे, ने कहा कि यह “उबाऊ” हो सकता है। सूत्र ने कहा कि राष्ट्रपति को दिखाना चाहिए कि वो दमदार हैं और अभिमानी नहीं हैं। ली पेन के एक करीबी सूत्र ने कहा कि वह एक शांत डिबेट चाहती हैं जो प्रोजेक्ट बनाम प्रोजेक्ट हो।