देहरादून: उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाओं को लेकर धामी सरकार सख्त है। वनाग्नि पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार हर मोर्चे पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेना की सहायता लेने के साथ अधिकारियों को भी ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर वनाग्नि पर नियंत्रण पाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि, जो भी अराजक तत्व जंगलों में आग लगाकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्यवाई
जंगलों में बार-बार आग लगाने की घटनाओं में पकड़े जाने वाले व्यक्तियों पर गुंडा एक्ट लगाया जाएगा और ऐसे व्यक्तियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी। जानकारी देते हुए DGP अभिनव कुमार ने बताया कि, जिन जगहों पर आग लगाने की घटनाएं सामने आई हैं, वहां पर वन विभाग के अधिकारी, एसडीएम एवं स्थानीय पुलिस बल की सयुंक्त टीम ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक एसओपी बनाई है। इसके तहत पहले फॉरेस्ट एक्ट, वाइल्ड लाइफ एक्ट अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।
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साथ ही हाल ही में उत्तराखंड में पारित पब्लिक प्राइवेट प्रॉपर्टी डेमेज रिकवरी एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। जो लोग बार-बार इस प्रकार की घटनाओं में लिप्त पाए जाते हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। दोषियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी। अभी तक वनाग्नि की घटनाओं में 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इनमें से अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।