मुरैनाः जिले के रामपुर थाना क्षेत्र के गांव वीरमपुरा से पुलिस ने बुधवार को नकली नोट छापने का प्लांट चलाने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपियों के पास से 28 हजार रुपये के नकली नोट भी बरामद हुए हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि लाखों रुपए के नकली नोट न केवल ग्वालियर-चंबल बल्कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी छापे और खपाए गए।
रामपुर थाना प्रभारी पवन सिंह भदौरिया ने बताया कि रामपुर में एक युवक नकली नोट देकर ठेले वाले से सामान ले लेता था। उसकी शिकायत पर जांच की गई तो गिरोह का पर्दाफाश हो गया। उन्होंने बताया कि छह अगस्त को नकली नोट छापने की शिकायत पर पुलिस ने वीरमपुरा से लेकर कैलारस तक छापेमारी कर पांच-छह लोगों को गिरफ्तार किया था। उसी दिन, वीरमपुरा गांव में एक घर के बाहर मधुमक्खी पालन के बक्सों में छिपाकर रखा गया नकली नोट छापने का सामान भरा एक कंप्यूटर-प्रिंटर मिला। तभी से पुलिस गिरोह के सरगना की तलाश कर रही थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने बुधवार को वीरमपुरा गांव के भूपेन्द्र सिंह पुत्र राम सिंह धाकड़ को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इसके पास से 28000 रुपये से ज्यादा के नकली नोट बरामदगी बताई है। भूपेन्द्र के घर से ही नकली नोट छापने का सामान बरामद हुआ था। पुलिस जांच में पता चला है कि चिन्नौनी थाना क्षेत्र के आसलपुर गांव की रहने वाली पिंकी धाकड़ वर्षों से नकली नोटों के कारोबार में लिप्त है।
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पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पहले पिंकी और भूपेन्द्र उत्तर प्रदेश के आगरा से नकली नोट लाते थे और उन्हें खपाते थे, वहीं इस काम में मोटी कमाई देखकर पिंकी ने आगरा में रहकर नोट के साथ कम्प्यूटर की मदद से नकली नोट छापना सीख लिया और चार माह से अधिक समय से वीरमपुरा में भूपेन्द्र धाकड़ के साथ मिलकर नकली नोट बनाने का काम शुरू कर दिया।
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